भारतीय रेलवे ने सोमनाथ रेलवे स्टेशन को नया और भव्य रूप देने का काम शुरू कर दिया है. ये रेलवे स्टेशन सोमनाथ मंदिर की थीम पर बनाया जाएगा. ऐसे में अब जो भी यात्री ज्योतिर्लिंग का दर्शन करने जाएंगे, उन्हें स्टेशन पर ही बाबा के दर्शन का एहसास मिलेगा.
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बता दें कि भावनगर डिवीजन की पश्चिम रेलवे की गति शक्ति इकाई 157.4 करोड़ रुपये में काम कर रही है और मार्च 2025 तक इसे पूरा करने की उम्मीद है. डब्ल्यूआर के अनुसार, सितंबर से स्टेशन को काम के लिए बंद कर दिया गया है और मौजूदा स्टेशन भवन को गिराने का काम चल रहा है. साथ ही नींव के लिए खुदाई का काम चल रहा है.
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डब्ल्यूआर के अनुसार, मुख्य स्टेशन भवन के छत पर 12 शिखर (टावर) होंगे और ये पूरी तरह सोमनाथ ज्योतिर्लिंग मंदिर की तरह की दिखाई देगा. यात्री को स्टेशन आकर ऐसा लगेगा कि अंदर ट्रेन नहीं बल्कि बाबा के ही दर्शन होंगे.
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रेलवे स्टेशन को विभिन्न सुविधाओं के साथ डिजाइन किया गया है. योजना में अलग-अलग आने और जाने के लिए गेट्स होंगे, स्टेशन के अंदर फूड प्लाजा, यात्रियों के बैठने के लिए जगह, लिफ्ट और बड़ी सी पार्किंग मौजूद रहेगी.
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पूरा स्टेशन परिसर वाई-फाई कवरेज से लैस होगा और विकलांगों के लिए ऊपर जाने और आने की सुविधा होगी. बता दें कि सोमनाथ त्रिवेणी संगम होने के कारण प्राचीन काल से एक महत्वपूर्ण तीर्थ स्थल है. शिव के 12 ज्योतिर्लिंग मंदिरों में से पहला सोमनाथ मंदिर है.