पटना (रामजी प्रसाद): सुपौल जिला के निर्मली प्रखंड अन्तर्गत मझारी पंचायत के महुआ गॉव में विशेष स्वच्छता अभियान एव कृषक गोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसमें किसानों को तकनीकी विधि से वैज्ञानिक तरीके से खेती करने के बारे में बताया गया। वही रामचंद्र यादव ने कहा कोसी इलाके में रवि फसल काफी बड़े पैमाने पर होती हैं। खासकर कोशी के अंदर राजेंद्र शुफला राई सरसों काफी होती है ।इस इलाके में गेहूं एवं रवि फसल अधिक होती हैं। आलू की बुवाई से पहले यह ध्यान रखें कि उसकी मेल पूर्व पश्चिम दिशा में हो और सरसों की खली देकर आलू गाने से पैदावार ज्यादा होती हैं। उन्होंने कहा हमारी संस्था खासकर ग्रामीण इलाकों में, शिक्षा स्वास्थ्य वन एवं पर्यावरण जलवायु परिवर्तन जिला जल स्वच्छता समिति से समन्वय बनाकर पानी की जांच एवं मिट्टी जांच पर किसानों को आगे भी बताई जाएगी। विभिन्न गांव में कृषि संबंधी जन जागरूकता आयोजित की जाएगी। विशेष स्वच्छता अभियान के तहत किसानों के द्वारा बेहतरीन तरीके से साफ सफाई किया गया। गीला कचरा और सूखे कचरा का अलग-अलग प्रबंधन कर खाद निर्माण की जा सकती है ।कार्यक्रम की शुरुआत कृषि वैज्ञानिक डॉ मनोज कुमार और कोशी प्रहरी, सुपौल के सचिव-रामचंद्र यादव के द्वारा किया गया मंच संचालन करते हुए रामचंद्र यादव ने कहा आए अतिथियों का परिचय करवाया और तत्पश्चात कार्यक्रम की शुरुआत की गई। अध्यक्षता देवप्रकाश यादव,ने किया प्रमोद कुमार यादव पत्रकार ने बताया के सुपौल जिले के विभिन्न प्रखंडों में कृषि शिक्षा स्वास्थ्य पर जन जागरूकता कार्यक्रम आयोजित की जाएगी, कृषि वैज्ञानिक डॉ मनोज कुमार ने कहा अक्टूबर माह की प्रमुख कृषि कार्य नवंबर माह में बोई जाने वाली गेहूं के लिए खेत की तैयारी करें और सिंचित गेहूं की बुवाई करें। अच्छी तरह तैयार खेत में शरदकालीन मक्का आलू सूरजमुखी आदि की बुवाई करें। रबी चारा हेतु बरसिंम घास लगाए एवं बुवाई के पूर्व बीज उपचार अवश्य कर लें अच्छी तरह तैयार खेत में फूलगोभी की रोपनी करें रोपने के 10 दिनों बाद आलू में एक हल्की सिंचाई करें पैरा फसल में ती सी मसूर तथा केराव की बुवाई धान में पानी सूखने पर करें ।असिंचित क्षेत्रों में राई सरसों एवं तोरी की बुवाई खाद देकर करें ।नवंबर माह के प्रमुख कृषि कार्य आलू की निकोनी के बाद नेत्र जने उर्वरक की मात्रा देकर मिट्टी चढ़ा दें। गत माह के लगाए गए शरदकालीन मक्के सूरजमुखी राई तोरी सरसों की बोनी के बीच 25 दिनों बाद प्रथम निकोनी एवं बछनी करें। बोई गई फसलों तीसी, चना,मसूर,आदि के निकाल गुराई करें। उसे प्रथम सप्ताह में जीवाणु खाद से उपचारित करके अवश्य गेहूं की बुवाई माह के मध्य से जब तापमान 20 डिग्री सेल्सियस आने लगे तो प्रारंभ करें एवं जीवाणु खाद का अवश्य इस्तेमाल करें ।पशुओं को रात में खुले स्थान पर नहीं रखें। पशुओं को खाने में एक चम्मच नमक का मिश्रण सुबह-शाम दें । नवंबर तक सब्जी मटर के बोनेविले या अन्य मध्यम नवंबर तक सब्जी मटर लगाने से पहले राइजोबियम बीज उपचार अवश्य करें। और दिसंबर माह में कृषि कार्य हेतु नवंबर माह में हुए गेहूं में 20-25 दिनों पर प्रथम सिंचाई नाइट्रोजन उर्वरक से उपरिवेशन करें।अगहनी धान के बाद गेहूं दो ना हो तो खेत की तैयारी कर गेहूं की बुवाई करें अग्नि धान के बाद गेंहू बोना हो तो खेत की तैयारी कर गेहूं की बुवाई करे मिर्चा में आवश्यकतानुसार सिंचाई करें फफूंद नाशक दवा का छिड़काव करें वर्ष इमोशन की कटाई भी सूची दिनों के अंतर पर करें बीज खाद एवं पानी की मात्रा में कमी एवं बचत मेंरों में संरक्षित नामी लंबे समय तक फसल को उपलब्ध रहती है एवं पौधों का विकास अच्छा होता है जीरो टिलेज से कृषि लाभ खेत की तैयारी में लगने वाली लागत समय व श्रम की बचत तथा बीज की बुवाई समय पर हो जाती है मिट्टी का अपरदन कम होता है खरपतवार कम होते हैं जैसे बांध के हुआ या गेहूं के पौधे अन्य खरपतवार जुदाई ना करने से गहराई में पड़े रहते हैं बीज खाद व सिंचाई इत्यादि संसाधनों का बेहतर प्रबंधन होता है उसर भूमि से इसके द्वारा बुवाई अत्यंत लाभप्रद पाई गई हैं जीरो टिलेज मशीन से बुवाई करने पर उर्वरक की पूरी मात्रा पौधे ले लेते हैं तथा अन्य खरपतवार उसका उपयोग नहीं कर पाते हैं जिससे खरपतवार कम पनपते हैं और उपज अच्छी मिलती हैं किसानों ने कहा कि इस तरह का कार्यक्रम हम लोगों के बीच होने से काफी जानकारी हुई और आगे भी हम लोग कृषि वैज्ञानिक से आग्रह करेंगे कि वह अपना बहुमूल्य समय देकर हम लोगों को काफी गौरवान्वित किए धन्यवाद ज्ञापन विष्णु कुमार कोषाध्यक्ष कोशी प्रहरी, सह प्रगतिशील किसान के द्वारा की गई। यह कार्यक्रम 2 अक्टूबर से 31 अक्टूबर 2022 तक आयोजित की जाएगी। जिसमें जिले के विभिन्न जगहों पर स्वच्छता पखवाड़ा का आयोजन किया जाएगा विशेष स्वच्छता कार्यक्रम अभियान के तहत जिले के किसानों को भी इस संदर्भ में डॉक्टर मनोज कुमार के द्वारा प्रशिक्षण दी गई रबी फसल पर विस्तृत जानकारी लोगो को दिया गया। मरौना प्रखंड के गनोरा में आयोजित की गई थी। गांव में भी विशेष स्वच्छता कार्यक्रम अभियान आयोजित कर जनप्रतिनिधि व आम आवाम को जानकारी दी जाएगी कार्यक्रम का आयोजन कोशिश जारी है संस्था के सर्जन से किया गया इस मौके पर किसान गंगा प्रसाद यादव घूरन यादव जयप्रकाश यादव प्रमोद कुमार यादव, महेंद्र कुमार कीटू कुमार, वरुण जी संतोष जी बासुदेव यादव,अंकेश महेंद्र यादव गुदर यादव बलदेव यादव रामटहल, रमेश, अमलेश ,रामवतन, बेचने देवी ,रेखा देवी, फुल कुमारी देवी, मूर्ति कुमारी ,बलदेव यादव ,अर्जुन जी अन्य लोग मौजूद थे।