पुल निर्माण अधर में जान जोखिम में डालकर पार करते हैं क्षेत्र के ग्रामीण
देवभोग: लोक निर्माण विभाग द्वारा बनने जा रहे करीब 151. 48लाख लागत से कुम्हड़ी क्षेत्र के मानकीगुड़ा मार्ग के समीप बनने वाला पुल बरसात के दिनों में बनने से क्षेत्र के लोगों के परेशानी का कारण बन रहा है। देवभोग विकासखंड के अंतर्गत कुम्हड़ी व मानकीगुड़ा मार्ग में बनने वाला सड़क पर पुरानी पुल को तोड़कर नए पुल का निर्माण लोक निर्माण विभाग के द्वारा किया जा रहा है। लेकिन इसका निर्माण कार्य गर्मी के दिनों में शुरू हुआ। लेकिन कार्य कछुए के गति से चलने के कारण यह पुलिया बरसात के दिनों मे लोगों के समस्या का कारण बनते जा रहा है। लोक निर्माण विभाग के द्वारा करीब 151.48 लाख रुपए की लागत से यह पुल तैयार होने का है। और पुल बनने के बाद ग्रामीणों को समस्या से निजात मिल जाएगी । लेकिन अभी बारिश में यह पुल मुसीबत बनते दिख रही है । पुरानी पुलिया तोड़कर नए पुल का निर्माण शुरू किया गया और लोगों के आवागमन के लिए डायवर्सन रोड़ बनाया गया है । लेकिन इसके ऊपर बारिश का पानी आ जाने के कारण करीब 20 गांवों के लोगों को देवभोग मुख्यालय आने के लिए बड़ी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है । और अतिरिक्त दूरी तय कर लोगों व स्कूली छात्र, छात्राओं को मुख्यालय व स्कूल आना पड़ता है। साथ ही डायवर्सन रोड़ कच्चा होने के कारण गिरकर घायल होने का भी खतरा बना हुआ है।
क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों व ग्रामीणों के कथित बयान के अनुसार यह पुल बरसात शुरू होने के कुछ दिन पहले ही शुरू किया गया था । और यदि समय के पहले निर्माण शुरू कर दिया गया होता तो यह पुल अभी तक बनकर तैयार हो जाता । पुल निर्माण से लेकर डायवर्सन मार्ग ऐसा बनाया जाये ताकि बरसात में लोगों को परेशानी ना हो साथ ही निर्माण के समय गुणवत्ता का ध्यान भी रखा जाए । गौरतलब है कि यह पुलिया बहुत निचे होने के कारण हल्की बारिश में पानी भर जाती है । और ग्रामीणों को निकलने के लिए बड़ी परेशानी होती है । बता दें ग्रामीणों व जनप्रतिनिधियों के लंबे समय के मांग के बाद यह पुल का निर्माण शुरू हुआ है ।
देवभोग मुख्यालय क्षेत्र का मुख्य केंद्र होने के कारण सभी कार्य मुख्यालय में ही संपादित होती है । और अधिकांश शिक्षकों का डेरा देवभोग मुख्यालय में ही होता है । नदी उस पार के करीब 200 से 300 छात्र-छात्राएं स्कूल पढ़ने देवभोग आते हैं । और अधिकांश शिक्षक देवभोग मे ही रहकर पुल पार कर स्कूल जाते हैं । और थोड़ी सी बरसात में पानी भर जाने के कारण डायवर्शन मार्ग पूरी तरह से बाधित हो जाता है । जिसके चलते नदी उस पार जाने वाले शिक्षक व देवभोग आने वाले छात्र-छात्राओं को अतिरिक्त दूरी करीब 20 से 25 किलोमीटर की दूरी तय कर स्कूल आना पड़ता है । उसमें भी देवभोग के बेलाटी नाला मे पानी भर जाने के कारण और भी ज्यादा लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है । लोक निर्माण विभाग के एस डी ओ गुप्ता के कथित बयान के अनुसार पहले जो यह पुलिया का ड्राइंग ओपन फाउंडेशन का पुल बनने को था । और हमने नीचे 10 मीटर खोदने के बाद भी चट्टान हमें नहीं मिल पाई और रेती व काली मिट्टी के मिलने के चलते यह पुल धसकने का आशंका होता । जिसके चलते विभाग के द्वारा पुनः ड्राइंग चेंज कर दोबारा बॉक्स कल्वर्ट का ड्राइंग बनाकर पुल चालू किया गया ।जिसके चलते पुल निर्माण में अतिरिक्त समय लगा । मौसम खुलते ही कार्य को तेजी दिया जाएगा और डायवर्सन रोड़ को सही तरीके से मरम्मत कर लोगों के आवाजाही के अनुरूप सही किया जायेगा ।
छत्तीसगढ़ स्टेट हेड उमेश यादव की रिपोर्ट यदु न्यूज नेशन