गरियाबंद: जिला पंचायत सदस्य लक्ष्मी साहू ने पैरी नहर मरम्मतलभगभ पांच साल में पूरा नहीं होने और किसानों को रबी फसल के लिए पानी नहीं देने पर नाराजगी जाहिर की है. उन्होंने कहा कि छतीसगढ़ की कांग्रेस सरकार की मंशा रही है कि जनता का पैसा उनके हितों और विभिन्न निर्माण व क्रियान्वयन के लिए प्रशासनिक ढांचा तैयार किया गया है. लेकिन सरकार के नुमाइंदे क्या योजनाओं का सही क्रियान्वयन कर रहे हैं. क्या शासन द्वारा दी गई राशि का सही उपयोग व धरातल पर मापदंडों के तहत काम हो रहा है ? ये सबसे बड़ा सवाल है. गौरतलब है कि गरियाबंद जिले के जलसंसाधन विभाग अन्तर्गत पैरी नहरों को लाइनिंग करने शासन द्वारा अरबों रुपए दिए है. जहां राजिम फिगेश्वर और पांडुका सब डिवीजन में पैरी दाई मुख्य नहर व फिंगेश्वर डिस्ट्रीब्यूटर शाखा नहर में लाइनिंग का काम चल रहा है लेकिन लापरवाह और प्रष्टाचारी विभागीय अधिकारियोंकी वजह से लाइनिंग का कार्य भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ रहा है।
जलसंसाधन विभाग अन्तर्गत पांडुका और फिंगेश्वर सब डिवीजन में वर्ष 2011 में पैरी जहर लाइनिंग का कार्य स्वीकृतहुआ था लेकिन उस समय विभाग के अधिकारियों और ठेकेदार की भ्रष्ट नीतियों की वजह से कार्य अधूरा रहा गया था. जिपं सदस्य लक्ष्मी साहू ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और जलसंसाधन मंत्री रविंद्र चौबे से मांग की है कि यदि ठेकेदार समय अवधि में कार्य पूरा नहीं कर पा रहे हैं तो उनका ठेका निरस्त कर उनका लायसेंस रद्द किया जाए ।
छत्तीसगढ़ स्टेट हेड उमेश यादव की रिपोर्ट Yadu News Nation