नई दिल्ली: दिल्ली से बड़ी खबर सामने आ रही है. खबर है कि केंद्रीय जांच ब्यूरो ने गुरुवार की अहले सुबह दिल्ली के 30 जगहों पर दबिश डाली. जी हां, किरू जलविद्युत परियोजना अनुबंध देने से जुड़े कथित भ्रष्टाचार की जांच के तहत यह छापेमारी चल रही है जिसमें सबसे बड़ा नाम बताया जा रहा है जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक का है. उनके ठिकानों पर भी सीबीआई की छापेमारी चल रही है. इस मामले की जानकारी देते हुए मीडिया एजेंसी पीटीआई को अधिकारियों ने बताया कि सीबीआई ने कई शहरों में 30 स्थानों पर सुबह छापे मारे, जिसमें लगभग 100 अधिकारी शामिल हुए. उन्होंने यह भी बताया कि यह मामला 2,200 करोड़ रुपये के किरू हाइड्रो इलेक्ट्रिक पावर प्रोजेक्ट (एचईपी) के सिविल कार्यों को आवंटित करने में कथित भ्रष्टाचार से संबंधित है.
‘मैं किसान का बेटा हूं’, सीबीआई के छापे पर बोले सत्यपाल मलिक
इस छापेमारी पर सत्यपाल मलिक ने अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर लिखा कि पिछले 3-4 दिनों से मैं बीमार हूं. अस्पताल में भर्ती हूं. इसके बावजूद मेरे मकान में तानाशाह द्वारा सरकारी एजेंसियों से छापे मरवाए जा रहे हैं. आगे उन्होंने लिखा कि मेरे ड्राईवर, मेरे साहयक के ऊपर भी छापे मारकर उनको बेवजह परेशान किया जा रहा है. अपने बारे में मलिक ने लिखा कि मैं किसान का बेटा हूं… इन छापों से घबराने वाला नहीं हूं. मैं किसानों के साथ हूं.
CBI Raid : 300 करोड़ रुपये की रिश्वत की पेशकश का दावा
सत्यपाल मलिक 23 अगस्त 2018 से 30 अक्टूबर 2019 तक जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल थे. उन्होंने दावा किया था कि उन्हें दो फाइलों को मंजूरी देने के लिए 300 करोड़ रुपये की रिश्वत की पेशकश की गई थी. इनमें से एक फाइल परियोजना से संबंधित थी. सीबीआई ने चिनाब वैली पावर प्रोजेक्ट्स (पी) लिमिटेड के पूर्व अध्यक्ष नवीन कुमार चौधरी और अन्य पूर्व अधिकारियों एम एस बाबू, एम के मित्तल और अरुण कुमार मिश्रा और पटेल इंजीनियरिंग लिमिटेड के खिलाफ मामला दर्ज किया है.
CBI Raid : किरू जलविद्युत परियोजना मामला किस बारे में है?
बता दें कि साल 2019 में एक निजी कंपनी को किरू हाइड्रो इलेक्ट्रिक पावर प्रोजेक्ट (एचईपी) के लिए लगभग ₹2,200 करोड़ के सिविल कार्यों का ठेका देने में धांधली के आरोपों से संबंधित ये जांच है. 20 अप्रैल 2022 को मामले में कदाचार के आरोप में तत्कालीन अध्यक्ष, तत्कालीन एमडी, चिनाब वैली पावर प्रोजेक्ट्स (सीवीपीपीपीएल) के दो तत्कालीन निदेशकों, एक निजी कंपनी और अज्ञात अन्य लोगों के खिलाफ जम्मू-कश्मीर सरकार का अनुरोध पर मामला दर्ज कराया गया था.
CBI Raid : 21 लाख कैश के अलावा कई अन्य चीजें बरामद
बता दें कि इस मामले में आज की छापेमारी से पहले 2 दिसंबर को सीबीआई ने दिल्ली, नोएडा, चंडीगढ़ और शिमला में छह स्थानों पर तलाशी ली थी. फिर 29 जनवरी 2024 को ब्यूरो ने दिल्ली और जम्मू-कश्मीर में करीब 8 जगहों पर तलाशी ली थी. सीबीआई ने कहा था कि तलाशी में ₹21 लाख (लगभग) से अधिक की नकदी के अलावा डिजिटल डिवाइस, कंप्यूटर, संपत्ति दस्तावेज और “आपत्तिजनक” दस्तावेज बरामद हुए.