नई दिल्ली: टी 20 वर्ल्ड कप में पाकिस्तान की भारत पर जीत को लेकर जश्न मनाने और व्हाट्सएप पर आपत्तिजनक संदेश चलाने के आरोप में पुलिस ने बुधवार को उदयपुर के एक निजी स्कूल की शिक्षिका और आगरा में तीन इंजीनियरिंग के छात्रों को गिरफ्तार किया। राजस्थान के उदयपुर जिले के अंबामाता थाने में रविवार को टी-20 क्रिकेट विश्व कप मैच में भारत के खिलाफ पाकिस्तान की जीत पर खुशी जताते हुए वॉट्सएप पर संदेश पोस्ट करने वाली निजी स्कूल की एक शिक्षक के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। थानाधिकारी नरपत सिंह ने बताया कि वॉट्सएप पर संदेश पोस्ट करने वाली शिक्षक नफीसा अटारी के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 153 (दंगा भड़काने के इरादे से उकसाना) के तहत मामला दर्ज किया गया है।
वहीं, निजी स्कूल प्रशासन ने शिक्षक को सेवा से निष्कासित कर दिया गया है। नीरजा मोदी स्कूल, उदयपुर में कार्यरत शिक्षक नफीसा अटारी ने वॉट्सएप पर पाकिस्तानी खिलाड़ियों की तस्वीर के साथ ‘जीत गए हम जीत गए’ कहते हुए स्टेटस अपडेट किया था। इस बीच शिक्षक ने एक वीडियो संदेश में माफी मांगते हुए कहा है कि उनका इरादा किसी की भावना को ठेस पहुंचाने का नहीं था। उन्होंने कहा, किसी ने मुझे मैसेज किया और पूछा कि क्या आप पाकिस्तान का समर्थन करती हैं।
चूंकि संदेश में इमोजी थे और यह मस्ती का माहौल था, मैंने ‘हां’ में जवाब दिया, लेकिन इसका कहीं भी मतलब नहीं है कि मैं पाकिस्तान का समर्थन करती हूं। मैं एक भारतीय हूं और मुझे भारत से प्यार है। इसी तरह, उत्तर प्रदेश में इसी मैच को लेकर ऐसी ही एक अन्य घटना में पाकिस्तान की जीत पर कथित तौर पर खुशी जाहिर करते हुए वॉट्सएप स्टेटस पोस्ट करने के लिए कश्मीर के तीन इंजीनियरिंग छात्रों को आगरा के एक कॉलेज से निलंबित कर दिया गया है। राजा बलवंत सिंह मैनजमेंट टेक्लिनकल कैंपस के निदेशक डॉ. पंकज गुप्ता ने कहा छात्रों कि छात्रों तत्काल निलंबित कर दिया गया है। ये छात्र प्रधानमंत्री सुपर स्पेशल स्कीम के तहत यहां पढ़ाई कर रहे हैं। डॉ. गुप्ता ने बताया कि इसके बारे में प्रधानमंत्री कार्यालय और एआईसीटीई को अवगत करा दिया गया है।
हालांकि छात्रों ने माफी मांगी है। इधर, छात्रों की इस हरकत के विरोध में कुछ संगठनों ने प्रदर्शन भी किया। इसबीच, जम्मू कश्मीर पुलिस ने सरकारी मेडिकल कॉलेज के छात्रों के खिलाफ करन नगर और सौरा पुलिस स्टेशन में यूएपीए के तहत केस दर्ज किया है। लोग जहां सोशल मीडिया पर इसकी आलोचना कर रहे हैं, वहीं पीडीपी नेता महबूबा मुफ्ती ने युवाओं के खिलाफ पुलिस कार्रवाई का विरोध किया है। हालांकि कश्मीर भाजपा प्रमुख रविंदर रैना ने महबूबा को तालिबानी मानसिकता का बताया।