पटना (रामजी प्रसाद): बैसाखी बौद्ध पूर्णिमा के अवसर पर बौद्ध धर्मावलंबियों द्वारा ऐतिहासिक धम्मयात्रा झांकी गौतम बुद्ध दरोगा राय पथ पटना से शुरू होकर बेली रोड आयकर गोलंबर डाक बंगला चौराहा बुद्ध स्मृति पार्क कुम्हरार से होते हुए गांधी मैदान श्री कृष्ण मेमोरियल हॉल में 1:00 बजे पहुंची।
इस धाम यात्रा झांकी में हजारों गाड़ियों के साथ लगभग 3 किलोमीटर लंबी काफिला के साथ हजारों बौद्ध भिक्षु उपासक उपाशी का के साथ ही धम देशना सुनने हेतु श्री कृष्ण मेमोरियल हॉल में पहुंचे जहां देश के जाने-माने बौद्ध भिक्षु भीखूनियों बुद्धिस्ट स्कॉलर द्वारा धम्मदेशनाशना दिए।
उस कड़ी में भंते अशोक सांख्या ने बौद्ध धम्म मैं विनय का पालन करने के बारे में बताएं भंते कारू निक ने बौद्ध धर्म में पाली के सूत्र की व्याख्या भंते प्रियदर्शी सारनाथ ने बौद्ध धर्म और कबीर एक श्रृंखला मान्यवर विश्वास मेश्राम ने बौद्ध धर्म के सामाजिक परिवर्तन डॉक्टर त्रिशरण बौद्ध ने बौद्ध धर्म के महिला सशक्तिकरण बुध शरण हंस पूर्व आईएएस में बौद्ध धर्म और आपके परिपेक्ष में कारगर उपाय डॉक्टर प्रोफ़ेसर राजेंद्र प्रसाद सिंह ने बौद्ध धर्म और गुरु रविदास एवं श्रृंखला प्रोफेसर डॉक्टर राजकुमार ने बौद्ध धर्म और राजनीति के संबंध में विचार पूर्वक चर्चा किए इसके साथ ही उपाशी का लता डोंगरी के द्वारा रमाबाई की त्याग पर नाटक प्रस्तुति और सांस्कृतिक कार्यक्रम किया गया।
कार्यक्रम के आयोजक मंडल में अंजू बौद्ध नकुल धम्मप्रिय संतोष बहुजन दीपक राज राजेश्वर चौधरी डॉक्टर यशपाल पंचम कुमार अनिल पासवान ललिता बौद्ध सुमन सौरभ रामविचार मांझी विनोद मरांडी मीरा यादव संतोष अंबेडकर आलोक भूषण राकेश कुमार विनोद कुशवाहा जोगेश्वर चौधरी संजीत सहित कई और अन्य लोग मौजूद थे।