वॉशिंगटन: अमेरिका में राजनीतिक अव्यवस्था बरकरार है और रिपब्लिकन राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अभी तक ट्रांजिशन यानी सत्ता हस्तांतरण की प्रक्रिया नहीं शुरू की है। इस बीच डेमोक्रेट जो बाइडेन जो अब अमेरिका के 46वें राष्ट्रपति हैं, उनके सलाहकारों ने कोरोना वायरस वैक्सीन बनाने वाली कंपनियों के प्रतिनिधियों से मिलने की तैयारी कर ली है। ट्रंप ने अभी तक यह स्वीकार नहीं किया है कि वो चुनाव हार चुके हैं और बार-बार वो बस धोखाधड़ी के आरोप लगा रहे हैं।
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के अड़ियल रवैये की वजह से अभी तक सत्ता हस्तांतरण की प्रक्रिया शुरू नहीं हो चुकी है। अमेरिकी सरकार के टॉप संक्रामक रोग विशेषज्ञ की तरफ से इस पर प्रतिक्रिया दी गई है। डॉक्टर एंथोनी फाउची जो कि नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ एलर्जी एंड इनफेक्शियस डिजीज के मुखिया हैं, उन्होंने कहा, ‘जितनी जल्द हम नई सरकार के साथ काम शुरू कर सकेंगे, उतना ही यह बेहतर होगा।’ निर्वाचित राष्ट्रपति बाइडेन के सलाहकार ऐसे समय में वैक्सीन बनाने वाली कंपनियों से मुलाकात करने वाले हैं जब अमेरिका ने कोरोना वायरस महामारी के सबसे खतरनाक फेज में दस्तक दे दी है। जॉन हॉपकिंस यूनिवर्सिटी के मुताबिक शनिवार को लगातार सांतवें दिन देश में एक लाख से ज्यादा केसेज दर्ज हुए हैं। 14 नवंबर को अमेरिका में 145,400 केसेज आए हैं। एक ही हफ्ते में देश में कोविड-19 केसेज की संख्या एक मिलियन यानी 10 लाख पहुंच गई है। जबकि मौतों का आंकड़ा 830 था। दो हफ्तों में कोविड की वजह से होने वाली मौतों के आंकड़ों में 33 प्रतिशत का इजाफा हुआ है। बाइडेन के चीफ ऑफ स्टॉफ रॉन क्लैन ने कहा, ‘हम इसी हफ्ते से परामर्श लेना शुरू कर रहे हैं।’ उन्होंने फाइजर और दूसरी दवा कंपनियों के बारे में बात की है। फाइजर ने पिछले दिनों ऐलान किया है कि उसकी बनाई कोविड-19 वैक्सीन करीब 90 प्रतिशत तक प्रभावी है। फाइजर के ऐलान के बाद ही दुनियाभर के लोगों में एक नई उम्मीद जागी है और उन्हें भरोसा है कि आने वाले दिनों में महामारी खत्म हो सकेगी।