काहिरा : मिस्र की वार्षिक मुद्रास्फीति फरवरी 2023 में 32.9 प्रतिशत तक पहुंच गई, जो 2017 के अंत के बाद की उच्चतम दर है। एक आधिकारिक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है। समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने सेंट्रल एजेंसी फॉर पब्लिक की ओर से जारी रिपोर्ट के हवाले से कहा कि खाने-पीने की कीमतों में 61.5 फीसदी, परिवहन में 19.4 फीसदी, हेल्थकेयर में 16.8 फीसदी और कपड़ों और जूतों की कीमतों में 18.9 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। इस बीच, विभिन्न वस्तुओं और सेवाओं की कीमतों में 24.7 प्रतिशत की वृद्धि हुई। मिस्र का पाउंड मार्च 2022 के बाद से अपने मूल्य का लगभग आधा रह गया है। आयात के लिए आवश्यक विदेशी मुद्रा, विशेष रूप से अमेरिकी डॉलर की कमी के बीच सेंट्रल बैंक ऑफ मिस्र ने अवमूल्यन के दौर का आदेश देना शुरू कर दिया है। आर्थिक संकट से बाहर निकलने के लिए मिस्र अपनी नागरिकता बेच रहा है। उसे ऐसे निवेशकों की तलाश है जो देश में कम से कम 25 लाख डॉलर का निवेश कर सकें। बदले में उन्हें मिस्र की नागरिकता भी दी जाएगी।
मिस्र का हाल इस समय पाकिस्तान जैसा हो गया है जो इतिहास के अपने सबसे गंभीर आर्थिक संकट से जूझ रहा है। जानकार मानते हैं कि राजनीतिक अस्थिरता और भ्रष्टाचार ने दोनों देशों को बर्बाद किया है। मिस्र में 10 करोड़ से अधिक लोग गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन कर रहे हैं। ऐसे मुश्किल समय में भी मिस्र सरकार 50 अरब डॉलर की लागत से नई प्रशासनिक राजधानी बना रही है। इस परियोजना की देखरेख सेना कर रही है जिस वजह से लोग अब मिलिट्री पर भी सवाल उठाने लगे हैं।