हालात देख दुखी हैं ऋषि सुनक
सुनक के एक मित्र के हवाले से ‘द संडे टाइम्स’ ने कहा कि हालात को देखते हुए पूर्व ब्रिटिश भारतीय चांसलर दुखी हैं, उन्होंने कहा कि यह सब ऐसे नहीं होना चाहिए था। सुनक ने लिज ट्रस के जीत के ऐलान के बाद साथ मिलकर काम करने का वादा किया था। लिज ट्रस ने भी पार्टी को एकजुट रखने और सभी नेताओं की सलाह पर काम करने का जिक्र किया था। हालांकि प्रधानमंत्री बनने के बाद ही उन्होंने टैक्स कटौती का ऐसा दांव चला जो उल्टा पड़ गया। उनके इस कदम की व्यापक स्तर पर निंदा हुई और मजबूरन सरकार को अपना फैसला बदलना पड़ा।
ऋषि सुनक की वापसी पर सट्टा लगा रहे सट्टेबाज
ऑड्सचेकर सट्टेबाजों के ऑड्स एग्रीगेटर ने दिखाया कि 47 वर्षीय ट्रस की जगह लेने के लिए सबसे पसंदीदा की दौड़ में 42 वर्षीय सुनक आगे हैं। सुनक की टीम की नजर ब्रिटेन की राजनीति में सबसे उल्लेखनीय राजनीतिक वापसी पर टिकी है। ट्रस से हार के बाद सुनक ने अपने निर्वाचन क्षेत्र यॉर्कशायर के रिचमंड में वक्त बिताया। प्रधानमंत्री पद की दौड़ में आगे चल रहे सुनक टोरी सदस्यों के मतदान में ट्रस से हारे थे। टोरी के बागी अब इस एक संभावना पर विचार कर रहे हैं कि पूर्ण रूप से नेतृत्व चुनाव के बजाए संसद सदस्य किसी एक उम्मीदवार को अपना पूरा समर्थन दें।
बोरिस जॉनसन के वफादारों से सुनक को खतरा
हालांकि, पूर्व प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन के वफादार सुनक का साथ देंगे, ऐसी संभावना नहीं लगती। वहीं, नए वित्त मंत्री जेरेमी हंट ने रविवार को अपनी पार्टी से कहा कि वह ट्रस के पीछे मजबूती से खड़ी रहे, क्योंकि लोग नेतृत्व में एक और परिवर्तन नहीं चाहते हैं। ट्रस ने अपनी करीबी मित्र और विश्वस्त सहयोगी क्वासी क्वारटेंग को पिछले दिनों बर्खास्त कर हंट को यह जिम्मेदारी सौंपी थी। क्वारटेंग वित्त मंत्री के रूप में अपनी खुद की आर्थिक नीतियां लागू कर रही थीं।