लुकाशेंको ने कहा है कि दोनों देश एक क्षेत्रीय सैन्य समूह को तैनात करेंगे और दो दिन पहले ही सेनाएं एकजुट होना शुरू हो गई हैं। बेलारूस के राष्ट्रपति ने यह घोषणा ऐसे समय पर की है जब दो दिन पहले क्रीमिया पुल पर धमाका हुआ था जिसका आरोप रूस ने यूक्रेन पर लगाया है। सोमवार को रूस ने एक बार फिर यूक्रेन पर भीषण हमला किया। उसने मिसाइलों और ईरानी ड्रोन से कीव सहित कई शहरों पर करीब 83 मिसाइलें दागीं। यूक्रेन का दावा है कि इन हमलों में 10 लोगों की मौत हो गई।
रूस का साथ देने के लिए बेलारूस को चेतावनी
यूक्रेन की उप रक्षा मंत्री हैना मालियर के अनुसार, रूस ने बेलारूस और क्रीमिया के क्षेत्र से यूक्रेनी शहरों पर हमला करने के लिए ईरान के 17 शहीद श्रेणी के आत्मघाती ड्रोन का भी इस्तेमाल किया। यूरोपीय आयोग ने ‘बर्बर’ हमलों की निंदा की और बेलारूस को रूस की मदद करने के खिलाफ चेतावनी दी। इससे पहले भी रूस ने यूक्रेन पर हमला करने के लिए बेलारूस का इस्तेमाल एक मंच के रूप में किया था, जहां अपने मिलिट्री बेस से उसने उत्तरी यूक्रेन में सैनिक और उपकरण भेजे थे।
पुतिन और लुकाशेंको की दोस्ती
रूस और बेलारूस की सेनाओं का साथ आना न सिर्फ यूक्रेन बल्कि पूरी दुनिया के लिए चिंता की बात है। यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि अमेरिका, ब्रिटेन जैसे पश्चिमी देश इस पर क्या प्रतिक्रिया देते हैं। पुतिन और लुकाशेंको की दोस्ती दुनियाभर में मशहूर है। तीन दिन पहले पुतिन को उनके 70वें जन्मदिन पर लुकाशेंको ने उन्हें उपहार में एक ट्रैक्टर भेंट किया था। लुकाशेंको करीब तीन दशक से बेलारूस पर ‘सख्ती’ से शासन कर रहे हैं।