जयपुर: राजस्थान में वित्तीय वर्ष 2021-22 के लिए शराब की दुकानें लॉटरी की बजाय ऑनलाइन नीलामी सिस्टम से आवंटित की जा रही हैं। लोगों में घर-घर बैठे-बैठे ऑनलाइन नीलामी में हिस्सा लेकर शराब ठेकेदार बनने का नशा चढ़ा हुआ है। इस बात का अंदाजा इससे लगाया जा रहा है कि शराब की एक-एक दुकान के लिए अरबों रुपयों की बोली लगाई जा रही है।
ताजा मामला राजस्थान के दौसा जिले में सामने आया है। दौसा में शनिवार को सात दुकानों के लिए ऑनलाइन नीलामी हुई थी। इनमें सायपुर पाखर में स्थित शराब की दुकान के लिए 999 करोड़ 99 लाख 95 हजार 216 रुपए की बोली गई है, जो राजस्थान आबकारी के इतिहास में शराब के किसी एक ठेके की अब तक उच्चतम बोली है। राजस्थान आबकारी नियमानुसार अब दौसा जिले के सायपुर पाखर में शराब की दुकान के लिए 999 करोड़ रुपए की बोली लगाने वाले को दो फीसदी धरोहर राशि जमा करवानी होगी। तीन दिन में धरोहर राशि जमा नहीं करवाने पर आवेदक की जमानत राशि जब्त कर ली जाएगी। आवेदक को तीन साल के लिए ब्लैक लिस्टेड भी किया जाएगा। बता दें कि दौसा जिले के गांव सायपुर पाखर में शराब की इस दुकान के लिए आबकारी विभाग की ओर से एक करोड़ 84 लाख 65 हजार 216 रुपए रिजर्व प्राइज रखी गई थी। ऑनलाइन नीलामी के दौरान आवेदकों में शराब का ठेकेदार बनने का ऐसा नशा चढ़ा कि इस दुकान के लिए बोली 999 करोड़ रुपए तक पहुंच गई।