लांजीगढ़: ओडिशा के कालाहांडी जिले के लांजीगढ़ ब्लॉक और ब्लॉक के सीमांत नर्ला ब्लॉक के विभिन्न हिस्सों में गुटखा और सिगरेट जैसे सामानों की बिक्री जोरों पर है। इन सभी तंबाकू उत्पादों की बिक्री पर अंकुश लगाने के लिए ‘कोटपा’ अधिनियम बनाया गया है, लेकिन लांजीगढ़ और नर्ला क्षेत्रों पर इसका कोई प्रभाव नहीं पड़ा है। ब्लॉक के सभी पान की दुकानों और किराने की दुकानों में सफल सहित विभिन्न प्रकार के गुटखा और सिगरेट की बिक्री होते हैं। सार्वजनिक स्थान और यहां तक कि शैक्षणिक संस्थानों के आस पास इन सभी निषिद्ध चीजों की खुलेआम बिक्री हो रही हैं। समय-समय पर, 5 रुपये की सफल गुटखा को 6 से 8 रुपये में बेचा जाता है। खुदरा विक्रेताओं के अनुसार, रूप्रारोड के सफल थोक व्यापारी कृत्रिम कमी बनाकर मूल्य में वृद्धि करते हैं, और व्यापारी तदनुसार अपनी कीमतें बढ़ाते हैं, इसलिए हम 6/7 रुपये में गुटखा बेचने के लिए मजबूर हो रहे हैं।
फिर प्रशासन की तरफ से कोई कार्यवाही न होने के कारण थोक व्यापारी, व्यापारी और खुदरा विक्रेता इसका पूरा फायदा उठा रहे हैं। व्यापक कर चोरी और कालाबाजारी होने के साथ बिक्री कर विभाग या प्रशासन की अंकुश न होने के कारण जनता शोषण का शिकार हो रहा है।
विगत मंगलवार को प्रशासन और पुलिस ने एम. रामपुर में दुकानों पर छापा मारा और बड़ी मात्रा में गुटखा जब्त किया और जुर्माना लगाया। इससे पहले, बिक्री कर विभाग ने रूप्रारोड के एक व्यापारी के नर्ला स्थित दुकान पर छापा मारा और बड़ी मात्रा में गुटखा और सिगरेट जब्त की। इस में भारी कर चोरी की सूचना मिली है। इसलिए बुद्धिजीवियों ने कहा कि, प्रशासन द्वारा गुटखे के सामान पर छापामारी से आम जनता को बेहतर महसूस होगा और राजकोष को सही बिक्री कर जाने के साथ कालाबाजारी का खुलासा होगा।
लांजीगढ़ से दुःखीश्याम नाग (नीलेश) के साथ धर्मेंद्र पंडा के रिपोर्ट Yadu News Nation