नई दिल्ली: स्वराज इण्डिया पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सोमनाथ त्रिपाठी जी अब नहीं रहे । पेशे से तो वे प्रोफेसर के पद परंतु दिल से हमेशा किसानों से जुड़े रहे। देश के सभी बड़े किसान आन्दोलनों में बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया करते थे। किसानों के हित के लिए हमेशा संघर्ष करने वाले किसान पटनायक के वे निकट सहयोगी थे ।
स्वराज इण्डिया पार्टी के गठन और उसके संगठनात्मक ढांचा के विस्तार में उनकी अग्रणी भूमिका रही। जहाँ भी रहते थे सबको ऊर्जावान और उत्साही बना देते थे। प्यार से सभी साथी कार्यकर्ता उनको ‘दादा ‘ कह कर बुलाते थे। स्वराज इण्डिया पार्टी के लिए यह बहुत बड़ी अपूरणीय क्षति है।