Silent Heart Attack: साइलेंट अटैक की बीमारी बड़ों के बाद अब किशोरों में भी देखने को मिल रही है. हाल ही में रतलाम में 17 साल के एक छात्र को रनिंग के दौरान साइलेंट हार्ट अटैक आ गया जिससे उसकी मौत हो गई. आइए जानते हैं क्या है साइलेंट हार्ट अटैक और इसके लक्षण.
क्या है साइलेंट अटैक?
कोरोना के बाद से लोग की मौत साइलेंट अटैक से सबसे अधिक हो रही है. अब आप सोच रहे होंगे कि यह साइलेंट हार्ट अटैक क्या है तो आपको बता दें इसे आमभाषा में साइलेंट इस्केमिया के नाम से भी जाना जाता है. जहां हार्ट अटैक आने पर छाती में दर्द और सांस लेने में दिक्कत होती है तो वहीं साइलेंट हार्ट अटैक में ऐसा कुछ भी नहीं होता है. पढ़ते, नाचते, गाते, घूमते और टहलते हुए तमाम लोगों की मौत सिर्फ साइलेंट हार्ट अटैक से गई है.
साइलेंट अटैक के लक्षण
वैसे तो साइलेंट हार्ट अटैक के लक्षण कुछ खास गंभीर नहीं होते हैं. हालांकि शुरुआती समय में सीने में जलन महसूस हो सकती है और शरीर में बहुत कमजोरी के साथ-साथ थकान भी महसूस हो सकती है. इसके अलावा एसिडिटी, अपच और डिहाइड्रेशन भी महसूस हो सकती है.
क्या है साइलेंट अटैक का कारण?
साइलेंट अटैक होने का कारण स्ट्रेस, मोटापा, नींद कम आना, हाई ब्लड प्रेशर, शुगर लेवल हाई होना, स्मोकिंग और हाई कोलेस्ट्रॉल लेवल आदि है.