पाकिस्तान में आम चुनाव 8 फरवरी 2024 को होने वाले हैं. इस चुनाव में पहली बार एक हिंदू महिला ने अपना नामांकन पत्र दाखिल किया है. सवीरा प्रकाश खैबर पख्तूनख्वा के बुनेर जिले की रहने वाली हैं. सवीरा प्रकाश ने 2022 में एबटाबाद इंटरनेशनल मेडिकल कॉलेज से ग्रेजुएशन की डिग्री प्राप्त की है. पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के महिला विंग में सवीरा प्रकाश जनरल सेक्रेटरी के रूप में काम करती हैं. समाज कल्याण के लिए उन्होंने कई काम किए हैं और वे अकसर महिलाओं की स्थिति में सुधार एवं उनके अधिकारों के लिए भी आवाज उठाती रही हैं.
पेशे से डाॅक्टर हैं सवीरा प्रकाश
पेशे से डॉक्टर सवीरा प्रकाश के मन में चुनाव लड़ने की इच्छा तब जागृत हुई जब उन्होंने अपने मेडिकल करियर के दौरान सरकारी अस्पतालों में बदहाली देखी. आम आदमी को परेशानी में देखकर सवीरा प्रकाश ने व्यवस्था में परिवर्तन लाने का सोचा और फिर राजनीति में कदम रखा.
अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय से आती हैं सवीरा प्रकाश
सवीरा प्रकाश पाकिस्तान में अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय से आती हैं, बावजूद इसके वे चुनाव जीतने को लेकर काफी आशावादी हैं. प्रकाश के पिता ओम प्रकाश भी पीपीपी के कार्यकर्ता रहे हैं.
इतिहास रचने को तैयार
सवीरा प्रकाश इस चुनाव में लड़ने वाली पहली महिला बनकर पाकिस्तान में इतिहास रचने जा रही हैं. आज भी पाकिस्तान की राजनीति में महिलाएं गिनती की हैं, चूंकि वे हिंदू हैं इसलिए पूरे विश्व का मीडिया उनपर नजरें गड़ाए हुए है.
पाकिस्तान चुनाव में इमरान खान
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान चुनाव के वक्त जेल में हैं. अदालत ने उनकी पत्नी बुशरा बेगम और उन्हें 14 वर्ष की सजा सुनाई है. इस वक्त वे जेल में सजा काट रहे हैं. लेकिन इमरान खान भी हार मानने के मूड में नहीं हैं, वे एआई का सहारा लेकर चुनाव मैदान में कूदे हैं. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार इमरान खान एआई का सहारा लेकर अपनी आवाज बनवा रहे हैं और चुनाव मैदान में डटे हैं.