(डैन गॉर्डन, जोनाथन मेलविले और मैथ्यू स्लेटर, एंग्लिया रस्किन विश्वविद्यालय)
New Health Research : ईस्ट एंग्लिया (ब्रिटेन), धावकों को समय को लेकर जुनून होता है. शौकिया हों या पेशेवर, अधिकतर धावकों का उद्देश्य तेजी से दौड़ना होता है. वे अपने मैराथन समय में से कुछ सेकंड कम करने के लिए लगातार प्रशिक्षण लेते हैं. लेकिन हाल के वर्षों में दौड़ने का जो चलन जोर पकड़ रहा है, वह है ‘‘धीमी गति से दौड़ना’’.इस चलन के पीछे विचार यह है कि कोई भी दौड़ सकता है – चाहे आपकी क्षमता कुछ भी हो या आप कितनी भी तेज दौड़ें. इस दृष्टिकोण के प्रशंसकों का कहना है कि इसके कई फायदे हैं. यह न केवल आपके स्वास्थ्य के लिए लाभकारी है बल्कि यह आपके दौड़ने को आनंददायक भी बनाता है. अनुसंधान भी इससे सहमत हैं और साक्ष्यों से पता चलता है कि धीमी गति से दौड़ना कुछ मायनों में तेज गति से दौड़ने की अपेक्षा अधिक फायदेमंद हो सकता है.