होता है ऐसा?
क्या आपको भी भर पेट खाने के कुछ देर बाद ही वापस से भूख लगने लगती है? कुछ भी खा लें लेकिन खाने का मन हमेशा करता रहता है, तो जानें कि ऐसा क्यों होता है और इसे कैसे ठीक किया जा सकता है.
फूड क्रेविंग
फूड क्रेविंग बहुत मामले में अच्छी होती है लेकिन अगर यह हमेशा होने लगे तो खतरनाक है. इसे खत्म नहीं किया जा सकता है लेकिन शांत करने की कोशिश जरूर की जा सकती है.
बीमारियों को बुलावा
फूड क्रेविंग से आप बीमारियों का बुलावा देते हैं. अगर आप अपनी फूड क्रेविंग को बहुत महत्व देते हैं और लगातार अनहेल्दी खाते हैं तो यह आपके सेहत के लिए बहुत नुकसानदायक हो सकता है.
डायबिटीज का खतरा
फूड क्रेविंग के बाद कई बार अनहेल्दी खान पान से मोटापा, डायबिटीज जैसी बीमारियां होने का खतरा बहुत होता है. इसलिए इसे कंट्रोल करना और भी ज्यादा जरूरी है. जानें कैसे कर सकते हैं इसे कंट्रोल…
भूख के अनुसार खाएं
भूख लगने पर भूख के हिसाब से खाना खाएं. हर दिन की भूख अलग होती है. कभी भी पहले से खाने की मात्रा तय ना करें. भूख के अनुसार ही शरीर को खाना देना चाहिए. भूख लगना समय और कंडीशन पर भी निर्भर करता है.
स्ट्रेस लेकर ना खाएं
अगर किसी दिन आपका खाना ज्यादा हो या जंक फूड ज्यादा हो, तो बिल्कुल भी स्ट्रेस ना लें. आगे से ओवरईटिंग से बचने की कोशिश करें. स्ट्रेस लेने से कई तरह की बीमारियों का भी खतरा बढ़ जाता है.
डाइट का अप्रूवल न लें
आपको कितना भोजन करना है कभी भी इसका अप्रूवल दूसरों से ना लें. बस अनहेल्दी और ओवरइटिंग से बचना है. धीरे-धीरे चबाकर खाना खाने से कई फायदे मिलते हैं. वहीं, कुछ भी खाते समय टीवी, मोबाइल देखने से बचें.
खाने से नहीं रोकें
अपनी भूख को अहमियत सबसे पहले दें. डाइट चार्ट को स्ट्रिकली फॉलो करने से बचें. कई लोग इसके चक्कर में खुद की भूख रोकते हैं और कम खाना खाते हैं. ऐसा करना गलता है और सेहत को नुकसान पहुंचा सकता है.
मिल स्किप ना करें
कभी भी ब्रेकफास्ट, लंच और डिनर में से कोई मील स्किप न करें. समय पर भूख के अनुसार इन तीनों समय हेल्दी चीजें ही खाएं. अगर आप इस समय पेट भरकर नहीं खाएंगे तो बाद में भूख लगेगी और क्रेविंग होगी. इससे न चाहते हुए भी अनहेल्दी चीजों की तरफ मन भागता है.