कालाहांडी (लिंगराज मिश्र): नरला ब्लॉक के अंतर्गत रूपरारोड ग्राम पंचायत के लाखगुड़ा गांव में श्री श्री दधिबामन महाप्रभु के नवनिर्मित मंदिर का रत्नमुद समारोह आयोजित किया गया। इस उद्देश्य के लिए गुरुवार, 6/2 को अंकुररोपण कार्यक्रम आयोजित किया गया। 7/2 को पंचकर्म, सूर्य पूजा, वनयोग और अग्नि अतुनि कार्यक्रम आयोजित किए गए। इसी प्रकार शनिवार 8/2 को शाला पूजन, देवताओं का स्नान आदि कार्यक्रम आयोजित किए गए। माघ शुक्ल पक्ष के अंतिम दिन रविवार को सूर्य पूजा, देवाय न्यास एवं रत्नमुदा कार्यक्रम सम्पन्न हुए। जहां लाखगुडा गांव के निवासियों ने कार्यक्रम का आयोजन किया, वहीं आसपास के गांवों से भी श्रद्धालु इसमें शामिल हुए। यह कार्यक्रम भक्तिमय वातावरण में चार दिनों तक सुबह से शाम तक निर्बाध रूप से चलता रहा। रत्नामुड़ा समारोह के बाद, ग्रामीणों ने संकीर्तन मंडली के साथ मिलकर नगर की परिक्रमा की। आलोक नंद शर्मा, आचार्य तपन कुमार दास, प्रशांत कुमार प्रहराज, केशव चंद्र दास, गोकुलानंद दास मुख्य पूजाकर्ता थे और प्रमुख विद्वानों ने पूजा संपन्न कराई। असुरगढ़ गांव के मंदिर निर्माता शिल्पी गौराचंद्र महारणा को विश्वकर्मा के रूप में विशेष सम्मान दिया गया। पूजा करने वालों में लखगुड़ा गांव के पांच जोड़े, प्रमिला भोई और संतोष भोई, सीता भोई और बिपिन भोई, तनया भोई और बसंत भोई, निरुपमा भोई और प्रमोद भोई, ज्योत्सना भोई और संतोष भोई ने पूजा और गृहाहुति अर्पित की। शाम को प्रवचन कार्यक्रम भी आयोजित किया गया। पुरी जिले से आए प्रवचक गुरु श्री आलोक नंद शर्मा और कालाहांडी के बडुंगुरीगुडा से आए दुर्गा प्रसाद मिश्रा ने जगन्नाथ कथामृत और रामायण कथासार का पाठ किया। लाखगुड़ा स्थित श्री श्री दधिबामन जी के मंदिर का रत्नमुद समारोह भक्तिमय एवं आध्यात्मिक वातावरण में सम्पन्न हुआ।