बीजिंग: चीन ने अब अपने देश में तैनात अमेरिकी अधिकारियों को परेशान करना शुरू कर दिया है। चीन में अमेरिकी अधिकारियों को कोविड-19 टेस्ट के लिए एनल स्वैब देने पर मजबूर किया गया है। इस खबर के सामने आने के बाद हड़कंप मचा हुआ है। चीन में तैनात अमेरिकी मिशन ने चीन के सामने इसे लेकर विरोध दर्ज कराया है और अधिकारियों पर ऐसा करने से रोक लगाने की मांग की है। अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता ने सीएनएन से बात करते हुए कहा है कि विदेश विभाग कभी भी इस तरह के परीक्षण के लिए सहमत नहीं होगा। जैसे ही हमें पता चला कि हमारे कुछ स्टॉफ के साथ ऐसा हुआ है हमने सीधे चीनी विदेश मंत्रालय के सामने विरोध दर्ज कराया है।बयान में कहा गया है कि हमें आश्वासन (चीनी विदेश मंत्रालय से) दिया गया है कि यह गलती थी और राजनयिकों को इस परीक्षण के छूट दी गई है। हमने अपने स्टॉफ को निर्देश दिया है कि अगर उनसे इस तरह के टेस्ट के बारे में कहा जाता है तो वे इनकार कर दें। वहीं चीन के विदेश मंत्रालय ने इस तरह की टेस्टिंग होने की जानकारी नहीं होने की बात कही है। चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियान ने पत्रकारों को बताया कि “जहां तक मैं जानता हूं और मैने अपने सहयोगियों से भी बात की है, चीन ने अमेरिकी राजनयिकों से कभी भी एनल स्वैब देने के लिए नहीं कहा है।” पिछले महीने ही ये जानकारी आई थी कि चीन कोरोना वायरस के परीक्षण के लिए लोगों का एनल स्वैब ले रहा है। चीन ने बताया कि एनल स्वैब के जरिए गले और नाक की तुलना में कोविड-19 के बारे में अधिक स्पष्ट जानकारी मिलती है। चीन के इस कदम की पूरी दुनिया में आलोचना हुई थी।