एंटीऑक्सीडेंट संपदा : हिबिस्कस चाय में एंटीऑक्सीडेंट प्रचुर मात्रा में होते हैं, जैसे कि एंथोसायनिन, फ्लेवोनोइड, और पॉलीफेनोल्स. ये एंटीऑक्सीडेंट्स शरीर में मुक्त कणों को ख़त्म करके ऑक्सीडेटिव तनाव को कम करते हैं और क्रोनिक विकास की संभावना को कम कर सकते हैं

रक्तचाप को नियंत्रित करना: हिबिस्कस चाय पीने से रक्तचाप कम होता है. यह उच्च रक्तचाप को कम करके और स्वस्थ रक्त धमनियों को बढ़ावा देकर हृदय स्वास्थ्य को बढ़ा सकता है.

वजन प्रबंधन :हिबिस्कस चाय कैलोरी सेवन को कम करके वजन प्रबंधन में मदद कर सकती है. इसके आहार कार्बाेहाइड्रेट के पाचन को रोककर और तृप्ति को बढ़ाकर, यह वजन को नियंत्रित करने में मदद कर सकती है.

लीवर स्वास्थ्य के लिए : कुछ शोध के अनुसार, हिबिस्कस चाय ऑक्सीडेटिव क्षति को कम करके और लीवर की कार्यप्रणाली में सुधार करके लीवर के स्वास्थ्य को बढ़ावा दे सकती है.

हिबिस्कस चाय में मामूली मूत्रवर्धक प्रभाव हो सकता है जो किडनी के कार्य में सहायता करता है. यह शरीर से विषाक्त पदार्थों को निकालने में भी सहायता कर सकता

कुछ शोध के अनुसार, हिबिस्कस चाय इंसुलिन संवेदनशीलता को बढ़ा सकती है और रक्त शर्करा के स्तर को कम कर सकती है. इसके फायदे मधुमेह वाले या इसके जोखिम वाले लोगों के लिए भी होते हैं.

हिबिस्कस चाय मध्यम रेचक प्रभाव के कारण पाचन में मदद कर सकती है और कब्ज से राहत दिला सकती है. याद रखें, हर व्यक्ति का शारीरिक आवश्यकताओं का स्तर अलग होता है, और आपको अपने व्यक्तिगत स्वास्थ्य और डायट के बारे में अपने डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए.
Research : बाहर खाने के हैं शौकीन ?