कच्छ: तरह-तरह की हरकतों के चलते कुख्यात पाकिस्तान ने एक बार फिर दुस्साहस दिखाया। पाकिस्तानी नेवी गुजरात के नजदीक हमारी समुद्री सीमा में घुसी आई। वहां मछली पकड़ रहे भारतीय मछुआरों को निशाना बनाया। 26 भारतीय मछुआरे व उनकी बोट घेर लीं और उन्हें पाकिस्तान ले जाया गया। इनमें ओखा की दो और एक बोट मांगरोल की थी। जो मछुआरे पाकिस्तानियों के चंगुल से बचे, उन्होंने बताया कि, हम सभी भारतीय जल सीमा में ही मछलियां पकड़ रहे थे, तभी पाकिस्तानी चले आए।
अगवा हुए मछुआरों पर मछुआरों की यूनियन, उनके साथी और परिजन अब बहुत चिंतित हैं। मछुआरों के संघ के प्रमुख मनीष लोढारी ने इसे लेकर केंद्र सरकार से दखल देने की मांग की है। उनका कहना है कि, उनके साथियों की सुरक्षित वापसी कराए जाए। बताया जा रहा है कि, पकड़े गए मछुआरों को कराची बंदरगाह ले जाया गया है। इस तरह की हिमाकत पाकिस्तान लगभग हर महीने करता है। उन्होंने अक्टूबर में 45 भारतीय मछुआरों का अपहरण किया था। वहां पाकिस्तानी मरीन सिक्योरटी एजेंसी एवं पाकिस्तान कोस्ट गार्ड के जवान नापाक इरादों के साथ समुद्र में घूमते रहते हैं।
मछुआरों के संघ के पदाधिकारी के मुताबिक, बीती 16 अक्टूबर को भी सौराष्ट्र के 45 मछुआरों को उनकी 8 नावों के साथपाकिस्तानियों ने घेर लिया था। उन्हें बंधक बनाकर पाकिस्तान की जेलों में ले जाया गया।” ऐसे मामलों पर पाकिस्तानी नेवी दावा करती है कि, भारतीय मछुआरे पाकिस्तान की जल सीमा में मछली पकड़ने पहुंच जाते हैं, तब उन्हें कैद किया जाता है। इसी साल की बात है, 13 फरवरी को भारतीय मछुआरों पर फायरिंग की गई थी।