पाकिस्तान की मीडिया के मुताबिक, इस्लामाबाद में आयोजित पाकिस्तान खनिज शिखर सम्मेलन में बोलते हुए पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने कहा कि हमें किसी से कोई शिकायत नहीं है. हमारा फोकस अपने देश का विकास करना है. उन्होंने कहा है कि इसके लिए हम अपने पड़ोसी से भी बात करने को तैयार हैं, लेकिन शर्त यह है कि बातचीत में वो भी पूरी गंभीरता दिखाये. गौरतलब है कि आजादी और देश विभाजन के बाद से ही पाकिस्तान की छवि भारत के सबसे बड़े दुश्मन की रही है. भारत में आतंकी गतिविधियों को बढ़ावा देने, उनकी पोषण करने और भारत के खिलाफ तमाम अभियान में पाकिस्तान की प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से भूमिका रही है. करगिल से लेकर मुंबई हमले में पाकिस्तान का सीधे तौर पर हाथ रहा है. पाकिस्तान की इसी हरकत के कारण भारत ने साफ कर दिया है कि आतंकवाद और बातचीत साथ नहीं चल सकते.