क्या है उपछाया चंद्र ग्रहण
जब चंद्रमा पृथ्वी की वास्तविक छाया में प्रवेश करता है, तब वास्तविक चंद्र ग्रहण लगता है. ग्रहण से पहले चंद्रमा, पृथ्वी की परछाईं में प्रवेश करता है, इसे उपछाया कहते हैं. पृथ्वी की परछाईं में प्रवेश के बाद ही चंद्रमा पृथ्वी की वास्तविक छाया में प्रवेश करता है. हालांकि कई बार चंद्रमा धरती की वास्तविक छाया में जाए बिना, उसकी उपछाया से ही बाहर निकल आता है. जब चंद्रमा पर पृथ्वी की छाया न पड़कर केवल उसकी उपछाया मात्र ही पड़ती है, तब इसे उपछाया चंद्र ग्रहण कहते हैं. इसमें चंद्रमा के आकार में कोई अंतर नहीं आता है और इस पर एक धुंधली सी छाया मात्र नजर आती है.
क्या चंद्र ग्रहण गर्भवती महिलाएं देख सकती हैं
धार्मिक मान्यताओं अनुसार चंद्र ग्रहण गर्भवती महिलाओं को बिल्कुल भी नहीं देखना चाहिए क्योंकि इसका बुरा प्रभाव गर्भ में पल रहे बच्चे पर पड़ सकता है.
चंद्र ग्रहण के दौरान क्या ना करें
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चंद्र ग्रहण का सूतक लगने से लेकर ग्रहण के समाप्त होने तक कोई भी शुभ काम नहीं करने चाहिए.
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चंद्र ग्रहण के दौरान भोजन खाना और पकाना दोनों ही मना होता है.
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ग्रहण के समय मंदिर के कपाट बंद कर देने चाहिए.
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ग्रहण के समय तुलसी के पौधे को स्पर्श नहीं करना चाहिए
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ग्रहण के समय सोने से बचना चाहिए.
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ग्रहण काल में गर्भवती महिलाओं को किसी भी तरह की धारदार वस्तु जैसे चाकू, कैंची, सुई आदि का उपयोग नहीं करना चाहिए.
चंद्र ग्रहण से जुड़ी खास बातें
चंद्र ग्रहण तब होता है जब चंद्रमा पृथ्वी की छाया में चला जाता है. यह तभी हो सकता है जब सूर्य, पृथ्वी और चंद्रमा एक सीध में आ जाएं. 8 नवंबर को लगने जा रहे चंद्र ग्रहण को देखने के लिए किसी विशेष निर्देश का पालन करने की आवश्यकता नहीं है. आप चंद्र ग्रहण को अपनी नग्न आंखों से ही देख सकते हैं. ऐसा अनुमान है कि 2.7 अरब लोग दुनियाभर में इस चंद्रग्रहण को देख पाएंगे. भारत में शाम 5:31 बजे से इसकी शुरुआत होगी और शाम 6:18 बजे यह खत्म होगा. लगभग 46 मिनट तक यह चंद्रग्रहण देखा जा सकेगा. इसके लिए स्पेशल ग्लास की जरूरत नहीं है. बेहतर दृश्य के लिए आप दूरबीन या टेलीस्कोप का उपयोग कर सकते हैं. अगर आपके पास यह सुविधा नहीं है, तो आप चंद्र ग्रहण को ऑनलाइन देख सकते हैं, जब नासा और कई दूसरे संगठन इसे लाइव स्ट्रीम करते हैं. इस लिंक https://youtu.be/BjKUlaGmE2g पर क्लिक करके भी चंद्रग्रहण को लाइव ऑनलाइन देखा जा सकता है.
चंद्रग्रहण 2022 की तारीख और समय
भारत में चंद्रग्रहण 8 नवंबर को लगेगा. यह साल का आखिरी चंद्रग्रहण होगा. इस दिन कार्तिक पूर्णिमा (Kartik Purnima 2022) और गुरु नानक देव जी की जयंती (Guru Nanak Dev Birthday) भी है. मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, देश में चंद्रग्रहण की शुरुआत शाम 5:32 बजे से होगी और यह शाम 6:18 बजे तक रहेगा. यानी चंदग्रहण का समय लगभग 46 मिनट का होगा.
कैसे देखें लाइव चंद्र ग्रहण 2023?
पृथ्वी की छाया का केंद्र Umbra, बाहरी छाया, पेनम्ब्रा की तुलना में काफी काली होगी. इसलिए, एक पूर्ण चांद से उपच्छाया वाले चंद्र ग्रहण को अलग करना अक्सर चुनौतीपूर्ण हो सकता है. इस चंद्रग्रहण को देखने के लिए टेलीस्कोप जैसे किसी विशेष उपकरण की आवश्यकता नहीं है. हालांकि, दूरबीन या एक छोटी दूरबीन से इसे देखा जा सकता है. हालांकि, दूरबीन के साथ पेनुमब्रल चंद्र ग्रहण की शुरुआत और अंत देखना मुश्किल है.
इन राशियों के लोग रहें संभलकर
20 अप्रैल को सूर्य ग्रहण मेष राशि में लगा था और सूर्य की सप्तम दृष्टि तुला राशि पर पड़ रही थी. अब चंद्र ग्रहण तुला राशि में लग रहा है और यहां चंद्रमा-केतु की युति भी बन रही है. ऐसे में चंद्रमा की पहली दृष्टि मेष राशि पर होगी. इसलिए मेष और तुला राशि के जातकों को इस चंद्र ग्रहण में विशेष सावधानी बरतनी होगी.
कब लगेगा साल 2023 का पहला चंद्र ग्रहण? (Kab Hai Chandra Grahan 2023)
चंद्र ग्रहण तब होता है जब पृथ्वी चंद्रमा और सूर्य के बीच आ जाती है. इस घटना के दौरान चंद्रमा लाल, नारंगी, भूरा आदि दिखने लगता है. इस साल पहला चंद्र ग्रहण 5 मई, दिन शुक्रवार (शुक्रवार के उपाय) को लगने जा रहा है.
इन जगहों पर दिखाई देगा चंद्र ग्रहण
साल का पहला चंद्र ग्रहण भारत में नहीं दिखाई देगा. यह चंद्र ग्रहण एशिया, न्यूजीलैंड, ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण पूर्वी यूरोप के कुछ भागों में दिखाई देगा. चंद्र ग्रहण का सूतक काल 9 घंटे पहले शुरू हो जाता है. 5 मई को लगने वाला चंद्र ग्रहण भारत में नहीं दिखाई देगा इसलिए यहां इसका सूतक काल भी नहीं माना जाएगा. सूतक काल ना लगने की वजह से यहां पूजा-पाठ या किसी भी धार्मिक कार्यों पर रोक नहीं लगेगी.