Pakistan Imran Khan: इमरान खान की गिरफ्तारी को लेकर तूफान और सेना की हार, कहीं गृह युद्ध की ओर तो नहीं पाकिस्‍तान? – is it a civil war like situation in pakistan with the arrest of imran khan amid political crisis

लाहौर: भयानक आर्थिक संकट के बीच ही पाकिस्‍तान में असाधारण राजनीतिक संकट भी पैदा हो गया है। पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को गिरफ्तार करने पहुंची पुलिस ने उनके समर्थकों पर आंसू गैस और वॉटर कैनन का प्रयोग किया। पूरे देश में इमरान के लिए एक सहानुभूति का माहौल देखा जा सकता है। उनके सैंकड़ों समर्थक अपने नेता के लिए जान तक देने को तैयार थे। पाकिस्‍तान सेना और पुलिस की तरफ से किए गए सारे प्रयास फेल हो गए और पूर्व पीएम को गिरफ्तार नहीं किया जा सका। पाकिस्‍तान मामलों के जानकारों की मानें तो इमरान ने पूरी ताकत के साथ इस पूरे मसले पर प्रतिक्रिया दी है। देश में पूरी तरह से अव्‍यवस्‍था का माहौल है और यहां तक कि अर्थव्‍यवस्‍था भी गर्त में जा चुकी है। ऐसे में सवाल यही उठ रहा है कि कई दशकों तक अस्थिर रहने वाले पाकिस्‍तान में क्‍या फिर से गृह युद्ध के हालात बन गए हैं?

बेकाबू हुए लाहौर में हालात

लाहौर के जमान पार्क में इस्‍लामाबाद से जब पुलिस पहुंची तो हालात बेकाबू हो गए। पंजाब पुलिस के साथ इस्‍लामाबाद से आए पुलिस ऑफिसर्स ने इमरान के घर के अंदर दाखिल होने की कोशिशें कीं। भीड़ को नियंत्रित करने के सभी हथियार पुलिस के पास थे। यहां तक कि इस्‍लामाबाद कोर्ट से गिरफ्तारी का ऑर्डर लेकर पुलिस इमरान को गिरफ्तार करने पहुंची थी। इमरान को तोशाखाना केस में अरेस्‍ट किया जाना था। इस मामले में इमरान पर आरोप है कि उन्‍होंने महंगी घड़‍ियों जैसे तोहफे खुद के पास रख लिए थे।
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54 पुलिसकर्मी घायल
जमान पार्क में जो कुछ हुआ पूरी दुनिया ने देखा। इमरान के समर्थकों को तो ज्‍यादा नुकसान नहीं हुआ मगर 54 पुलिसकर्मी जरूर घायल हो गए जिनमें एक सीनियर पुलिस ऑफिसर भी था। यह स्थिति उस समय बद से बदतर हो गई जब इमरान खान ने अपने समर्थकों से सड़कों पर उतरने की अपील की। पूर्व पीएम ने इस्‍लामाबाद, रावलपिंडी, कराची और पेशावर समेत कई शहरों में मौजूद समर्थकों से सड़कों पर उतरने की अपील की। जिस समय पुलिस ने इमरान के खिलाफ खास ऑपरेशन लॉन्‍च किया हुआ था, उसी समय वो अपने समर्थकों को एक ब्रॉडकास्‍ट मैसेज के जरिए संबोधित कर रहे थे।

इमरान ने दी चेतावनी
इमरान ने पुलिस को चेतावनी भी दी कि वह अपने समर्थकों को ज्‍यादा देर तक नियंत्रित नहीं कर पाएंगे। सैंकड़ों समर्थक इमरान के घर के बाहर मौजूद थे। इमरान ने एक बार बीबीसी को दिए इंटरव्‍यू में कहा था कि पाकिस्‍तान को सेना से लेकर हर उस संगठन में तटस्‍थ लोगों की जरूरत है जो कानून के लिए जवाबदेह हों। विशेषज्ञों की मानें तो भले ही कई लोगों को इमरान की बात पर हंसी आती हो लेकिन यह भी सच है कि वह उस मुद्दे को आगे बढ़ा रहे हैं जो एक आम आदमी से जुड़ा है। इमरान खान के साथ पाकिस्‍तान के सेलिब्रिटीज भी जुड़े हैं और पुलिस को कुछ समझ नहीं आ रहा है कि आखिर उन्‍हें कैसे रोका जाए।
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बवाल के बीच पेट्रोल महंगा
विशेषज्ञों का कहना है कि पांच मार्च के बाद दूसरे प्रयास में भी इमरान को गिरफ्तार नहीं किया जा सका है। ऐसे में सभी कोशिशें सिर्फ मूर्खता को ही साबित करती हैं। अगर यही स्थिति रही तो फिर देश के हालात गृह युद्ध से होंगे और यह एक बहुत ही खतरनाक स्थिति होगी। लाहौर हाई कोर्ट की तरफ से इस केस में हस्‍तक्षेप किया गया है और पूर्व पीएम की गिरफ्तारी पर रोक लगा दी गई है। जब देश में ऐसी स्थिति है तो उसी समय सरकार ने हाई स्‍पीड डीजल और पेट्रोल की कीमतों में इजाफा कर दिया है। जहां हाई स्‍पीड डीजल 293 रुपए लीटर है तो पेट्रोल अब 272 रुपए लीटर पर बिक रहा है। इसका सीधा असर न मिडिल क्‍लास और गरीबों पर पड़ेगा बल्कि पाकिस्‍तान के सबसे ज्‍यादा अमीरों में आने वाले लोग भी प्रभावित होंगे।

सेना और सरकार की असलियत सामने

पिछले साल करीब आठ लाख पाकिस्‍तानियों ने देश छोड़ दिया है। इनमें से कुछ तो काफी टैंलेंटेड और शिक्षित थे। ये वो लोग थे जिन पर महंगाई और गंभीर जलवायु संकट की मार सबसे ज्‍यादा पड़ी थी। जमान पार्क में जो कुछ हुआ है वह काफी गंभीर है। अगर इस स्थिति के हिसाब से आने वाले दिनों का अनुमान लगाया जाए तो वो हालात काफी विस्‍फोटक होंगे। इमरान खान के संरक्षण में सेना जिसे एक स्थिर संगठन माना जाता है, उसकी मुश्किलें काफी बढ़ गई हैं। साथ ही उसका भविष्‍य भी अब अंधेरे में नजर आने लगा है। जनता भी समझ गई है कि रिटायर होने वाले जनरल और निचले दर्जे के उनके सहयोगियों की दौलत कितनी तेजी से बढ़ी है। ऐसे में सरकार और सेना के खिलाफ नाराजगी बढ़ना लाजिमी है।

Sunil Kumar Dhangadamajhi

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