इस्लामाबाद : पाकिस्तान में तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी (पीटीआई) के प्रमुख इमरान खान ने संकेत दिए हैं कि वह नेशनल असेंबली में लौट सकते हैं। सोमवार को पहली बार इस साल के अंत में होने वाले आम चुनावों के लिए एक कार्यवाहक सरकार की परामर्श प्रक्रिया का हिस्सा बनने के लिए नेशनल असेंबली में लौटने का संकेत दिया। पिछले साल अप्रैल में अविश्वास प्रस्ताव के जरिए इमरान को प्रधानमंत्री पद से हटाए जाने के बाद नेशनल असेंबली के 131 पीटीआई सदस्यों ने इस्तीफा दे दिया था। इमरान की पार्टी ने प्रस्ताव का बहिष्कार किया था और इस पर वोटिंग में हिस्सा नहीं लिया था।
हालांकि, नेशनल असेंबली के अध्यक्ष ने अभी तक इमरान खान के इस्तीफे को स्वीकार नहीं किया है और सभी पीटीआई सांसदों को यह सत्यापित करने के लिए बुलाया है कि क्या उनका इस्तीफा ‘वास्तविक और स्वैच्छिक’ है। सोमवार को लाहौर में अपने आवास पर पत्रकारों से बात करते हुए इमरान ने कहा, ‘अगर हम नेशनल असेंबली में वापस नहीं आते हैं, तो पीएमएल-एन के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार अपने द्वारा चुने हुए विपक्षी नेता राजा रियाज के परामर्श से कार्यवाहक सरकार (इस साल अगस्त में अपना कार्यकाल पूरा होने के बाद) बनाएगी।’
इमरान ने कहा, ‘हम ऐसा नहीं होने देंगे।’ यह पहली बार है, जब इमरान ने प्रधानमंत्री पद से हटने के बाद से नेशनल असेंबली में लौटने को लेकर अपना रुख जाहिर किया है। इमरान ने यह भी कहा है कि राष्ट्रपति आरिफ अल्वी जल्द ही प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ से नेशनल असेंबली में विश्वास मत हासिल करने के लिए कहेंगे। पिछले साल लॉन्ग मार्च के दौरान इमरान खान पर जानलेवा हमला हो गया था। सोमवार को पुलिस ने इस सिलसिले में तीन और संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया है।