मॉस्को : रूस की सेनाएं भले यूक्रेनी राजधानी कीव से पीछे हट चुकी हैं लेकिन उनके हमले अभी भी जारी हैं। महीनों बाद सोमवार को एक बार फिर रूसी सेना ने कीव पर मिसाइलें दागीं। मीडिया रिपोर्ट में यह जानकारी सामने आई है। एक जर्मन अखबार का दावा है कि सोमवार को रूसी मिसाइलों ने कीव में जर्मन दूतावास को निशाना बनाया। वहीं बीबीसी ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि पूरे देश में अलग-अलग स्थानों पर धमाकों की सूचना मिली है। यह युद्ध के शुरुआती दौर के बाद से सबसे भीषण रूसी हमला प्रतीत हो रहा है। रूस की तरफ से ये हमले ऐसे समय पर किए गए हैं जब क्रीमिया से जोड़ने वाले एक पुल पर धमाके के बाद भयानक आग लग गई थी और पुल आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हो गया था।
यरुशलम पोस्ट की एक खबर के अनुसार, रूस में जन्मे पत्रकार और राजनीतिक वैज्ञानिक सर्गेज सुमलेनी, जो अब बर्लिन में हैं, ने ट्वीट कर जर्मन दूतावास पर हमले की जानकारी दी। उन्होंने जर्मन चांसलर ओलाफ स्कोल्ज और अन्य जर्मन अधिकारियों से हवाई हमले के खिलाफ एक जवाब जारी करने के लिए कहा है। यूरो न्यूज वीकली के मुताबिक रिपोर्ट संकेत दे रही हैं कि जर्मन दूतावास के वीजा ऑफिस पर हमला हुआ है। खबरों की मानें तो यह रूस के सबसे भीषण हमलों में से एक है जिसमें करीब 83 मिसाइलें दागी गई हैं।
हमले के तुरंत बाद, जर्मन सरकार यूक्रेन पर हालिया हमलों की निंदा की। एक सरकारी प्रवक्ता ने यूक्रेन फोन पर यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की को जर्मनी के समर्थन का आश्वासन दिया। दूसरी ओर रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा कि अगर यूक्रेन रूस के खिलाफ आतंकवादी हमले जारी रखता है तो सोमवार के जैसी एक महत्वपूर्ण सैन्य प्रतिक्रिया से जवाब दिया जाएगा। उन्होंने यूक्रेन के अलग-अलग ठिकानों पर हमलों की पुष्टि की।
रूस के पूर्व राष्ट्रपति, सिक्योरिटी काउंसिल के उप प्रमुख और पुतिन के करीबी दिमित्री मेदवेदेव ने कहा कि यूक्रेन में सोमवार को रूस की जवाबी कार्रवाई सिर्फ ‘पहली कड़ी’ थी। उन्होंने कहा कि पहला एपिसोड पूरा हो चुका है, आगे और भी होंगे। भविष्य का लक्ष्य ‘यूक्रेन के राजनीतिक शासन को पूरी तरह से खत्म करना होना चाहिए।’
रूस का आरोप है कि क्रीमिया ब्रिज पर धमाके के पीछे यूक्रेन की स्पेशल सर्विसेस का हाथ है। पुतिन ने कहा कि अगर हमारी धरती पर आतंकवादी हमले के और प्रयास हुए, तो रूस दृढ़ता से उनका जवाब देगा। रूसी राष्ट्रपति ने कहा कि कीव बहुत लंबे समय से आतंकवादी तरीकों का इस्तेमाल कर रहा है। वास्तव में, कीव अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी समूहों के समान है, उनमें सबसे घृणित। इस तरह के अपराधों को बिना जवाब दिए छोड़ना असंभव हो गया है।