● संसद के बाद अब सड़क पर विपक्ष का संग्राम
नई दिल्ली: केंद्र के तीन कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग को लेकर राहुल गांधी समेत कई विपक्षी नेताओं ने गुरुवार को संसद से विजय चौक की ओर मार्च निकाला। मार्च निकालने के बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी मीडिया से मुखातिब हुए और केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि आज हमें आपसे (मीडिया) बात करने के लिए यहां आना पड़ा क्योंकि विपक्ष को संसद में बोलने की अनुमति नहीं है। यह लोकतंत्र की हत्या है। इसके अलावा उन्होंने कहा कि संसद का सत्र समाप्त हो गया है। इस दौरान 60 फीसदी देश की आवाज को कुचला गया, अपमानित किया गया। राज्यसभा में पहली बार सांसदों की पिटाई की गई, बाहर से लोगों को बुलाकर और नीली वर्दी में डालकर सांसदों से मारपीट की गई। राहुल गांधी ने कहा कि हिन्दुस्तान के प्रधानमंत्री इस देश को बेचने का काम कर रहे हैं, हिन्दुस्तान के प्रधानमंत्री दो-तीन उद्योगपतियों को हिन्दुस्तान की आत्मा बेच रहे हैं। इसलिए विपक्ष सदन के अंदर किसानों, बेरोज़गारों, इंश्योरेंस बिल और पेगासस की बात नहीं कर सकता है। हमने सरकार से पेगासस पर बहस करने के लिए कहा लेकिन सरकार ने मना कर दिया। हमने संसद के बाहर किसानों का मुद्दा उठाया लेकिन सरकार ने हमारी आवाज नहीं सुनी।
संसद में कल मार्शल लॉ लगाया गया था: संजय राउत
हमने कल लोकतंत्र की हत्या होते देखी, राज्यसभा में कल जिस तरह से प्राइवेट लोगों ने मार्शल की ड्रेस में आकर हमारे सांसदों पर हमला करने की कोशिश की। ये मार्शल नहीं थे, संसद में मार्शल लॉ लगाया गया था।
सरकार चर्चा से भाग रही है: शशि थरूर
कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने कहा कि केंद्र संसद की कार्यवाही ठीक से नहीं चलाना चाहता। सरकार बिना चर्चा के कानून पारित कर रही है। कोरोना टीकाकरण, वर्तमान आर्थिक स्थिति, बेरोजगारी, कृषि कानूनों पर चर्चा होनी चाहिए लेकिन सरकार भाग रही है।