पटना: जिस तरह से रामविलास पासवान के निधन के अभी बीते 1 साल भी नहीं हुए हैं लेकिन ठीक उसी तरह उनकी पार्टी अंदरूनी कलह से जूझ रही है और अब पार्टी दो गुट में बट गई है. एक तरफ चाचा के गुड अलग हो गए हैं वहीं दूसरी तरफ भतीजे गुड अलग हो गए हैं. लेकिन अभी तक के जितने भी घटनाक्रम पार्टी के हुए हैं उनके अंदर नहीं करा अब खुलकर सामने आ गई है और चाचा भतीजे पर भारी पड़ते हुए दिख रहे हैं और लोजपा कार्यालय की सूरत भी बदली बदली दिखाई दे रही है तो वही लोक जनशक्ति पार्टी को विवादों में लाने वाले सौरभ पांडे का नाम भी खुलकर सामने आ रहा है तू ही पटना महानगर अध्यक्ष दिनेश पासवान ने सौरभ पांडे पर जमकर हमला बोला और कहा कि जिस तरह से सौरभ पांडे स्वर्गीय रामविलास पासवान जी को अपना पिता मानते हैं तो उनके श्राद्ध कर्म में उन्होंने मुंडन क्यों नहीं करवाया था. और जहां तक रामविलास जी के पत्र का सवाल है उन्होंने उस पत्र को फर्जी बताया है और कहा कि जब रामविलास जी के हाथ यह पत्र लिखा होता तो उनके पत्र में उनके हस्ताक्षर होते जोकि उस पत्र में उनके हस्ताक्षर नहीं हैं. इससे साफ जाहिर यही होता है कि वह पत्र फर्जी है उस पत्रकार रामविलास जी से कोई लेना देना नहीं है. अब देखना यह है कि आगामी 5 जुलाई से चिराग पासवान जी जो हाजीपुर संघर्ष यात्रा की शुरुआत करने वाले हैं. अब उनको कितना जनसमर्थन मिल पाता है.
पटना से रामजी प्रसाद की रिपोर्ट Yadu News Nation