पटना, (रामजी प्रसाद): साधु यादव के बयान पर राजद बिहार प्रदेश महासचिव श्यामनंदन कुमार यादव ने बोला – पुर्व सांसद साधु यादव अनर्गल प्रलाप कर रहे हैं। पूर्व उपमुख्यमंत्री सह नेता प्रतिपक्ष बिहार विधानसभा ने अपनी स्वेक्षा और माता पिता की सहमति से शादी की है। यह उनके निजी जीवन की बात है। हर व्यक्ति को अपनी जिंदगी जीने का अपना अधिकार है। इस पर किसी व्यक्ति को टीका टिपण्णी करने का अधिकार नहीं है। साधु यादव हों या कोई अन्य व्यक्ति उनका कोई अधिकार नहीं बनता है। जिस तरह से साधु यादव अनर्गल प्रलाप कर रहे हैं यह उनकी मानसिक दुर्बलता है, वे दुर्भावना से ग्रसित होकर चरित्रहीनता का परिचय दे रहे हैं। साधु यादव को माननीय श्री लालू प्रसाद यादव ने कीचड़ से निकालकर एक ऊंची स्तर का ओहदा दिया मगर साधु यादव गन्दे नाले के कीड़े निकले, बिहार में इन्होंने राजद पार्टी को व्यक्तिगत लाभ के लिए हानि ही पहुंचाया। जब उन्हें दल से हटा दिया गया तो वह व्यक्ति अनाप शनाप बोलने लगा जबकि बिहार में ऐसे इनको कौन जानता था। साधु यादव ने जिस तरह के शब्दों का प्रयोग किया है निश्चित रूप से असभ्य व्यक्ति होने का प्रमाण दे रहे हैं। बिहार की जनता ऐसे लोगों का कोई नोटिश नहीं लेता। हाथी चले बाजार कुत्ता भूके हजार बाली बात है। तेजस्वी यादव ने एक मिशाल कायम किया है। सभी धर्मों के प्रति उनके मन में अगाध प्रेम झलकता है। स्वयं तेजस्वी यादव कहते हैं कि मैं किसी खास जाति, किसी खास धर्म की बात नहीं करता, उनका मानना है कि a to z में विशवास करता हूँ। तेजस्वी यादव बधाई के पात्र हैं जिन्होंने सामाजिक न्याय और साम्प्रदायिक सद्भाव के मिशाल को निजी जीवन में भी उतारा है।