लखनऊ: संजीत यादव अपरहण और हत्याकांड मामले में पीड़ित परिवार ने आज (शुक्रवार) सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव से मुलाकात की. लखनऊ के सपा कार्यालय में अखिलेश यादव ने संजीत की मां, बहन और पिता से भेंट की. पीड़ित परिवार ने सपा अध्यक्ष को अपनी आपबीती सुनाई. अखिलेश ने संजीत के परिवार को और 2 लाख रुपए की आर्थिक मदद दी. इससे पहले भी सपा ने पीड़ित परिवार को 5 लाख रुपए की आर्थिक मदद की थी.
संजीत यादव का 22 जून को अपहरण हुआ था. 29 जून को उनके परिजानों के पास 30 लाख की फिरौती के लिए फोन आया. परिजनों का आरोप है कि उन्होंने पुलिस की मौजूदगी में 30 लाख रुपए फिरौती अपहरणकर्ताओं को दे दी थी. लेकिन पुलिस न तो अपहरणकर्ताओं को पकड़ पाई, न ही संजीत यादव को बरामद कर सकी और पैसे भी चले गए. पुलिस ने 21 जुलाई को सर्विलांस की मदद से संजीत के दो दोस्तों को पकड़ा. उन्होंने पुलिस को पूछताछ में बताया कि उन लोगों ने 26 जुलाई को संजीत की हत्या कर उसका शव को पांडु नदी में फेंक दिया था. पुलिस ने पांडु नदी में कई बार सर्च ऑपरेशन चलाया, लेकिन संजीत का शव नहीं मिला. परिजनों की मांग पर योगी सरकार ने इस मामले की जांच सीबीआई को सौंपने की हामी भरी थी. लेकिन सीबीआई जांच अभी तक शुरू नहीं हो सकी है, न ही पुलिस संजीत का शव बरामद कर सकी है. पीड़ित परिवार इसी बात को लेकर आक्रोशित है. पीड़ित परिवार की मांग है कि संजीत की बहन को सरकारी नौकरी मिले और इस मामले की जांच जल्द से जल्द सीबीआई से शुरू कराई जाए.