जयपुर: राजस्थान के झुंझुनूं और बीकानेर जिले में खेल-खेल में आठ बच्चों की जान चली गई है। दोनों जगहों पर शनिवार व रविवार को हादसे हुए हैं। झुंझुनुं में मिट्टी का टीला ढहने से तीन और बीकानेर में अनाज की टंकी में बंद होने के कारण पांच बच्चों की मौत हो गई। जानकारी के अनुसार झुंझुनूं जिले के उदयपुरवाटी पुलिस थाना इलाके के चिराना के पास बागोरियों की ढाणी का दस वर्षीय प्रिंस, आठ वर्षीय निशा, आठ वर्षीय कृष्ण सैनी और एक अन्य बच्चा नवोड़ी कोठी के पास सुरंगनुमा घर बनाकर खेल रहा था। सुरंग पांच-छह फीट गहरी थी। चौथा बच्चा राज दूर खड़ा उनको देख रहा था। तभी अचानक टीले की मिट्टी ढह गई और सभी बच्चे दब गए। इस पर राज चिल्लाने लगा और घरवालों को जानकारी दी। बच्चों के परिजन व ढाणी के लोग वहां एकत्रित हुए और सभी बच्चों को बाहर निकाला, मगर तब तक तीन बच्चों की मौत हो चुकी थी। एक बच्चे की सांसे चल रही थी। उसे तुरंत सीकर के एसके अस्पताल ले जाया गया।
बीकानेर के नापासर में अनाज की टंकी में गई बच्चों की जान
इधर, राजस्थान के बीकानेर जिले के नापासर के हिम्मतासर गांव के किसान भीयाराम के घर पर उसके चार बेटे-बेटियां और पड़ोसी की भांजी खेल रही थी। भीयाराम का परिवार खेत में गया हुआ था। भीयाराम का चार वर्षीय बेटा सेवाराम, बेटी 7 वर्षीय रविना, 5 वर्षीय राधा और 8 वर्षीय टींकू व भांजी माली पुत्री मघाराम घर पर खेल रहे थे। खेल खेल में बच्चे अनाज की टंकी में घुस गए। पांच फीट गहरी और तीन फीट चौड़ी टंकी में बच्चों के घुसने के बाद उसका ढक्कन अपने आप बंद हो गया। ढक्कन के बाहर से कूंदा लग गया, जिससे बच्चे उसे चाहकर भी नहीं खोल पाए। इस दौरान घर पर कोई नहीं था। दोपहर दो बच्चे भीयाराम की पत्नी खेल से लौटी तो उसे बच्चे घर पर दिखाई नहीं दिए। वह काफी देर तक बच्चों को ढूंढती रही। बच्चों को तलाशती हुई वह अनाज की टंकी के पास गई और उसे खोलकर देखा तो उसमें पांचों बेसुध पड़े थे। मां ने चिल्लाना शुरू कर दिया। आस-पास के लोग आए और बच्चों को बाहर निकाला। तब तक उनकी मौत हो चुकी थी। सूचना पाकर पुलिस भी मौके पर पहुंची। पोस्टमार्टम के बाद पांचों बच्चों के शव परिजनों को सौंप दिए।