कलाहांडी, यदु न्यूज नेशन (लिंगराज मिश्र): राज्य के विभिन्न हिस्सों में नकली नोटों का कारोबार चल रहा है और अब इसको लेकर नर्ला थाना क्षेत्र के अंतर्गत रुप्रारोड बस्ती में जोरदार चर्चा हो रही है। कुछ दिन पहले क्राइम ब्रांच एसटीएफ ने भुवनेश्वर में नकली नोटों के कारोबारियों को पकड़ा था। हाल ही में टिटिलागढ़ के सिकेर में दो लोगों को नकली नोटों के मामले में गिरफ्तार किया गया। इस घटना के सामने आने के बाद बलांगीर और पड़ोसी कलाहांडी जिले में भी हड़कंप मच गया है। खास तौर पर रुप्रारोड बस्ती में इस मुद्दे पर चर्चा जोरों पर है। कहा जा रहा है कि कंटाबांजी से टिटिलागढ़ और रुप्रारोड बस्ती तक यह नेटवर्क फैला हुआ है। कुछ दिन पहले रुप्रारोड के पास सांदुल नदी के किनारे बिखरे हुए नकली नोट मिलने àकी खबर ने भी खूब सुर्खियां बटोरी थीं। यह इस बात का सबूत है कि रुप्रारोड में कोई व्यक्ति या समूह नकली नोटों के कारोबार में शामिल है।
बस्ती में अब यह चर्चा आम है कि कुछ साल पहले एक व्यक्ति जो लोगों के घरों में नौकर का काम करता था, वह रातोंरात करोड़पति कैसे बन गया। कहा जा रहा है कि वह नकली नोटों के कारोबार का मास्टरमाइंड है। साल 2023 में रायगढ़ क्षेत्र के कुछ लोगों के साथ नोटों की अदला-बदली का सौदा हुआ था। बाद में केसिंगा के दुर्गा मंडप के पास रीजेंसी होटल के सामने एक सफेद रंग की आर्टिका गाड़ी में यह सौदा चल रहा था, तभी रायगढ़ से आए लोगों ने दो बैगों में असली नोटों की जगह कागज के टुकड़े भरकर फरार हो गए। इस घटना को लेकर केसिंगा थाने में शिकायत भी दर्ज की गई थी।
नकली नोटों पर रोक लगाने के लिए राज्य सरकार कई कदम उठा रही है। क्राइम ब्रांच एसटीएफ, पुलिस और अन्य विभाग भी इस दिशा में सक्रिय हैं। लेकिन रुप्रारोड में चल रहे नकली नोटों के कारोबार की जानकारी पुलिस को क्यों नहीं मिल पा रही, इसे लेकर बुद्धिजीवी वर्ग में सवाल उठ रहे हैं। इसलिए कलाहांडी जिला प्रशासन को इस मामले पर ध्यान देने की जरूरत महसूस हो रही है।