
रिपोर्ट वर्तमान जनसंख्या वृद्धावस्था परिदृश्य और वृद्ध जनसंख्या की जनसांख्यिकीय और सामाजिक-आर्थिक स्थिति पर प्रकाश डालती है.

संयुक्त राष्ट्र की इंडिया एजिंग रिपोर्ट 2023 में कहा गया है कि राजस्थान, हरियाणा, गुजरात, उत्तराखंड, केरल, हिमाचल प्रदेश और केंद्र शासित प्रदेश जम्मू -कश्मीर में 60 वर्ष की महिलाओं की लाइफ एक्सपेक्टेंसी यानी जीवन प्रत्याशा 20 वर्ष से अधिक है.

रिपोर्ट के अनुसार, 60 साल की उम्र में भारत में कोई व्यक्ति 18.3 साल और जीने की उम्मीद कर सकता है जो महिलाओं के मामले में 19 साल जबकि पुरुषों के मामले में 19 साल जबकि पुरुषों के मामले में 17.5 साल है. यानी 60 साल में महिलाएं पुरुषों के मुकाबले करीब डेढ़ साल अधिक जी सकती हैं.

60 साल की उम्र में, भारत में एक व्यक्ति 18.3 साल और जीने की उम्मीद कर सकता है, जो महिलाओं के मामले में 19 साल की उम्र में पुरुषों की तुलना में 17.5 साल अधिक है.

उम्र बढ़ने का नारीकरण 60 वर्ष की आयु में बुजुर्ग महिलाओं (पुरुषों की तुलना में) द्वारा जीवित अतिरिक्त जीवन वर्षों को दर्शाता है.

रिपोर्ट बताती है कि 60 वर्ष की जीवन प्रत्याशा उन वर्षों की औसत संख्या को दर्शाती है जितना कोई व्यक्ति जीवित रहने की उम्मीद कर सकता है.

रिपोर्ट का अनुमान है कि वर्ष 2050 तक देश में बुजुर्ग आबादी का प्रतिशत दोगुना होकर कुल आबादी का 20% से अधिक हो जाने की संभावना है.