मानधाता (सुरेश यादव): जनता जनप्रतिनिधि इसलिए चुनती है ताकि उनकी समस्या का आसानी से निदान हो सके लेकिन जब जनप्रतिनिधि का रवैया उदासीन हो भेदभाव पूर्ण हो तो जनता का क्या कसूर, आजादी के बाद से शेखनपुर , भोपत पुर नरहर पट्टी की जनता के साथ कुछ ऐसा ही हो रहा था, लगभग ढाई से तीन हजार की आबादी को नहर मे उतर कर बाजार, दवाखाना, स्कूल, खेत और कब्रिस्तान तक अंतिम संस्कार के लिए जाना पड़ता था क्योंकि शेखनपुर नहर पर पुल नही था, पुल की समस्या से परेशान स्थानीय लोगो ने सैकड़ो बार नेताओ से मुलाकात की दिल्ली और लखनऊ तक पत्र व्यवहार किया लेकिन सब अनसुना जैसे रहा और लोग मजबूरी बस ठंडी, गर्मी, बरसात मे नहर से होकर आते-जाते रहे, स्कूली बच्चे नहर मे प्रवेश करते ही कीचड मे सन जाते थे, खेती किसानी करने वाले सिर पर बोझ रखकर बहुत तकलीफ से गुजरते थे, गंभीर रूप से बीमार होने या फिर प्रसूता महिला के लिए चारपाई का इस्तेमाल होता था, गांव मे मौत हो जाने पर पुल नही होने से जनाजे को लेकर गुजरना बहुत तकलीफ भरा होता था, हैरानी वाली बात है इतनी तकलीफ आजादी के बाद अब तक शेखनपुर, भोपत पुर , नरहर पट्टी के लोगो ने कैसे झेला होगा, आखिरकार गांव के लोगो ने मिलकर ब्लाक प्रमुख प्रतिनिधि अशफाक अहमद से मुलाकात कर अपनी समस्या बताई, ब्लाक प्रमुख प्रतिनिधि अशफाक अहमद ने जनता की समस्या को गंभीरता से लेते हुए गांव वालो के साथ दौरा किया, ब्लाक प्रमुख प्रतिनिधि अशफाक अहमद ने देखा कि वाकई शेखनपुर, भोपत पुर , नरहर पुर के लोग तकलीफ मय जीवन व्यतीत कर रहे है, ब्लाक प्रमुख प्रतिनिधि अशफाक अहमद ने देखा कि महज एक पुल के निर्माण से भोपतपुर, शेखनपुर, और नरहर पट्टी के लगभग तीन हजार लोगो की समस्या का हल हो सकता है तो अब तक आखिरकार किसी ने क्यो ध्यान नही दिया, ब्लाक प्रमुख प्रतिनिधि अशफाक अहमद ने स्थानीय जनता को पुल निर्माण का वादा किया और आज पुल बनकर तैयार है लोगो का आवागमन सुलभ हो गया है लोग ब्लाक प्रमुख इसरार अहमद और ब्लाक प्रमुख प्रतिनिधि अशफाक अहमद को दुआऐ दे रहे है, स्कूली बच्चो और खेतीबाड़ी मे लगे लोगो के चेहरे पर खुशी है वर्षो से पुल के निर्माण पर ध्यान न देकर भेदभावपूर्ण राजनीति करने वालो के चेहरे पर मायूसी है क्योंकि जनता थू थू कर रही है घटिया राजनीति करने वाले को जोरदार तमाचा पडा है और यह चर्चा ए आम है कि *अशफाक अहमद है तो अच्छा ही होगा*