देवरिया (आशुतोष यादव): जिलाधिकारी आशुतोष निरंजन ने आज राजकीय आयुर्वेदिक चिकित्सालय, गड़ेर का औचक निरीक्षण किया और वहां मिली अव्यवस्था पर कड़ी कार्रवाई करते हुए फार्मासिस्ट के विरुद्ध सुसंगत धाराओं में एफआईआर दर्ज करने का निर्देश दिया। साथ ही क्षेत्रीय आयुर्वेदिक एवं यूनानी अधिकारी डॉ दिनेश कुमार चौरसिया से स्पष्टीकरण भी तलब किया है। जिलाधिकारी श्री निरंजन आज सुबह 9:30 बजे औचक रूप से राजकीय आयुर्वेदिक चिकित्सालय गड़ेर पहुंचे। वहां ओपीडी रजिस्टर की जांच की और अत्यंत कम संख्या में मरीजों की आमद तथा अधूरे रिकॉर्ड पर उन्होंने गहरी नाराज़गी व्यक्त की। निरीक्षण के दौरान चिकित्सालय में बिजली और पानी की आपूर्ति बाधित मिली। जिलाधिकारी को अवगत कराया गया कि विगत छह माह से विद्युत कनेक्शन नहीं है, जिसकी वजह से पानी की आपूर्ति भी नहीं हो रही है। अस्पताल परिसर स्वच्छता के मानक पर भी खरा नहीं पाया गया। उक्त दुर्व्यवस्था की जवाबदेही तय करते हुए जिलाधिकारी ने क्षेत्रीय आयुर्वेदिक एवं यूनानी अधिकारी से स्पष्टीकरण तलब किया है।निरीक्षण के दौरान फार्मासिस्ट राजीव पांडेय से आयुर्वेदिक औषधियों का स्टॉक रजिस्टर मांगा गया, जिसे देने में फार्मासिस्ट ने असमर्थता व्यक्त की और स्टॉक रजिस्टर घर पर होने की बात कही। जिलाधिकारी ने बिना अनुमति सरकारी अभिलेख घर ले जाने और निरीक्षण के दौरान अभिलेख प्रस्तुत न करने पर कड़ी फटकार लगाई और फार्मासिस्ट के विरुद्ध सुसंगत धाराओं में एफआईआर दर्ज कराने तथा चार्जशीट देने का निर्देश दिया। जिलाधिकारी ने कहा कि प्रदेश सरकार जनहित में नागरिकों को वैकल्पिक चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के लिए विभिन्न योजनाओं के माध्यम से आयुष को प्रोत्साहन दे रही है। यदि कोई चिकित्सक-अधिकारी- कर्मचारी शासन की मंशानुरूप कार्य करने में लापरवाही बरतेगा तो उसके विरुद्ध नियमानुसार सख्त कार्यवाही की जाएगी। जिलाधिकारी ने क्षेत्रीय नागरिकों से आयुष ओपीडी का लाभ लेने का अनुरोध किया। इस दौरान बेसिक शिक्षा अधिकारी संतोष कुमार राय, राजकीय आयुर्वेदिक चिकित्सालय की योग प्रशिक्षिका शाहीन फ़ातिमा सहित विभिन्न लोग मौजूद थे।