Human Body Parts: जो भी प्राणी इस धरती पर आए हैं उन्हें एक दिन इस संसार को छोड़कर जाना ही होता है. हम सब के जीवन में मौत एक सबसे बड़ा सत्य है. कितना भी बड़ा व्यक्ति हो उसे भी एक न एक दिन अपने शरीर को त्यागना ही पड़ता है. लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि मरने के बाद आखिर हमारे शरीर के अंग कितने समय के लिए जिंदा रहते हैं और उसे दूसरे व्यक्ति को कितने समय में ट्रांसप्लांट किया जा सकता है. चलिए जानते हैं पूरी डिटेल्स…
मरने के बाद आंख कितने देर तक जिंदा रहती हैं?
मौत के 6 से 8 घंटे तक इंसान की आंख जिंदा रहती है. यानी की 6 घंटे के अंदर मृतक की आंखों आई बैंक में रखा जाता है और जरूरतमंद मरीजों पर उनका ट्रांसप्लांट होता है.
मौत के बाद किडनी कितने समय तक जिंदा रहता है?
![Human Body Parts: क्या आप जानते हैं मौत के बाद हमारे शरीर के अंग कितने समय तक जीवित रहते हैं? 2 Kidney](https://www.prabhatkhabar.com/wp-content/uploads/2024/03/Kidney-1-1-1024x683.jpg)
अगर किसी व्यक्ति की मौत हो जाती है तो उसके शरीर का अंग किडनी 72 घंटे तक जिंदा रहता है. इस समय में ही जरूरतमंद मरीजों पर इसे ट्रांसप्लांट किया जाता है.
मरने के बाद लीवर कितने समय तक जिंदा रहता है?
![Human Body Parts: क्या आप जानते हैं मौत के बाद हमारे शरीर के अंग कितने समय तक जीवित रहते हैं? 3 Liver](https://www.prabhatkhabar.com/wp-content/uploads/2024/03/liver-1-1-1024x683.jpg)
किसी इंसान के मरने के बाद उसका लीवर 12 से 8 घंटे तक जिंदा रहता है और इस अंग को दूसरे मरीजों में इसी अंतराल में ट्रांसप्लांट किया जाता है.
मौत के बाद फेफड़ा कितने देर तक जिंदा रहता है?
![Human Body Parts: क्या आप जानते हैं मौत के बाद हमारे शरीर के अंग कितने समय तक जीवित रहते हैं? 4 Lungs](https://www.prabhatkhabar.com/wp-content/uploads/2024/03/lungs-1-1024x683.jpg)
अगर किसी व्यक्ति की मौत हो जाती है तो उसका फेफड़ा 4 से 6 घंटे तक जिंदा रहता है. यानी की 6 घंटे के भीतर फेफड़े को किसी दूसरे व्यक्ति के अंदर ट्रांसप्लांट किया जा सकता है.
मौत के बाद हार्ट कितने देर तक जिंदा रहता है?
![Human Body Parts: क्या आप जानते हैं मौत के बाद हमारे शरीर के अंग कितने समय तक जीवित रहते हैं? 5 Heart Health 1](https://www.prabhatkhabar.com/wp-content/uploads/2024/03/heart-health-1-1024x683.jpg)
मौत के बाद दिल यानी हार्ट 4 से 6 घंटे तक जिंदा रहता है. यानी की इसे 6 घंटे के अंदर दूसरे मरीज पर ट्रांसप्लांट किया जा सकता है.