Israel-Hamas War: इजराइल को मिली बड़ी कामयाबी, सेना ने खोजी गाजा की सबसे बड़ी सुरंग

Israel-Hamas War Update: इजराइल और हमास के बीच जंग (इजराइल-हमास युद्ध) अभी भी जारी है. इस बीच रविवार को इजराइली सेना ने एक बड़ी कामयाबी हासिल की है. इजराइली सेना ने बीते दिन रविवार को जानकारी दी है कि उसने गाजा में उस स्थान के करीब एक बड़ी सुरंग ढूंढ निकाली है, जो किसी जमाने में इजराइल में प्रवेश के लिए व्यस्त जगहों में से एक मानी जाती थी. इजराइल के द्वारा खोज निकाले जाने के बाद कई देशों ने कार्यशैली पर भी सवाल खड़े किये है. कुछ देशों ने सुरंग के मिलने से इजराइली खुफिया एजेंसियों के काम करने के तरीके पर सवाल खड़ा किया है कि बीते दिन सात अक्टूबर को घातक हमले के लिए हमास की इस तरह की विशिष्ट तैयारियों पर उनसे चूक कैसे हुई है.

सुरंग से कई गाड़ियां आराम से गुजर सकती है

फिलहाल दी गई जानकारी के अनुसार, ऐसा कहा जा रहा है कि सुरंग का प्रवेश मार्ग किलेबंद इरेज क्रॉसिंग और पास के इजरायली सैन्य अड्डे से केवल कुछ सौ मीटर की दूरी पर ही मौजूद है. इजराइली सेना ने कहा कि सुरंग चार किलोमीटर से ज्यादा लंबी और उसकी चौड़ाई इतनी है कि उसमें से कई गाड़ियां आराम से गुजर सकती हैं. इजराइली सेना के मुताबिक, यह सुरंग गाजा में एक बड़े सुरंग नेटवर्क से जुड़ी हुई है, जहां से सात अक्टूबर के हमले की तैयारी के लिए वाहनों, चरमपंथियों और हथियारों की आपूर्ति की गई हो सकती है.

यह गाजा की सबसे बड़ी सुरंग!

मुख्य सैन्य प्रवक्ता, रियर एडमिरल डैनियल हगारी ने बीते शुक्रवार को सुरंग के प्रवेश द्वार का दौरा करने के बाद संवाददाताओं से कहा, ”इस समय, यह गाजा की सबसे बड़ी सुरंग है.” हालांकि अभी साफ नहीं है कि इस सुरंग का इस्तेमाल सात अक्टूबर को किया गया था या नहीं. सेना के प्रवक्ता मेजर निर दीनार ने कहा कि इजराइली सुरक्षा बलों को सात अक्टूबर से पहले सुरंग के बारे में पता नहीं था क्योंकि इजराइल की सीमा सुरक्षा ने केवल इजराइल में प्रवेश करने वाली सुरंगों का ही पता लगाया था.

गाजा में मिली सुरंगों की तुलना में दोगुनी ऊंची और तीन गुना ज्यादा चौड़ी

शुक्रवार को सुरंग का दौरा करने वाले दीनार ने कहा कि यह गाजा में मिली अन्य सुरंगों की तुलना में दोगुनी ऊंची और तीन गुना ज्यादा चौड़ी है. उन्होंने कहा कि यह सुरंग हवादार और बिजली से लैस है और कुछ जगहों पर यह 50 मीटर तक गहरी हो जाती है. उन्होंने कहा कि यह स्पष्ट है कि सुरंग के निर्माण और रखरखाव के लिए लाखों डॉलर के साथ-साथ बड़ी मात्रा में ईंधन और कार्यबल की आवश्यकता रही होगी.

सोर्स : भाषा इनपुट

Sunil Kumar Dhangadamajhi

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