Chandra Grahan 2023 live streaming: घर बैठे यहां से देखें चंद्र ग्रहण का नजारा लाइव

Chandra Grahan 2023 live streaming: साल का पहला चंद्र ग्रहण 5 मई को एक पेनुमब्रल चंद्र ग्रहण होने वाला है. दुर्लभ खगोलीय घटना 5 मई 2023 को लगभग 8.44 बजे शुरू होगी, जो रात 10.52 बजे चरम पर होगी और 6 मई को 1.01 बजे समाप्त होगी. चंद्र ग्रहण का खूबसूरत नजारा लाइव स्ट्रीमिंग के जरिए दुनिया के किसी भी कोने से अपने मोबाइल पर ऑनलाइन देखा जा सकता है.

भारत में चंद्र ग्रहण का सूतक काल

ग्रहण आंशिक रूप से भारत से दिखाई देगा इसलिए कई जगह इसका सूतक भी माना जाएगा. चंद्र ग्रहण का सूतक ग्रहण लगने से ठीक 9 घंटे पहले लग जाएगा. यानि चंद्र ग्रहण 2023 का सूतक 5 मई की सुबह करीब 11 बजकर 45 मिनट से लगेगा. 

चंद्र ग्रहण कितने बजे लगेगा कब समाप्त होगा?

साल का पहला चंद्र ग्रहण 5 मई की रात 8 बजकर 45 मिनट से शुरू होगा और रात 1 बजे समाप्त हो जायेगा. यह उपच्छाया चंद्र ग्रहण होगा.

चंद्र ग्रहण कहां-कहां दिखेगा

साल के पहले चंद्र ग्रहण को भारत, यूरोप, एशिया, ऑस्ट्रेलिया, अफ्रीका, प्रशांत, अटलांटिक, हिंद महासागर और अंटार्कटिका में रहने वाले लोग देख सकते हैं.

बिना किसी सुरक्षा के देख सकते हैं चंद्र ग्रहण

सूर्य ग्रहण के विपरीत, चंद्र ग्रहण को बिना किसी नेत्र सुरक्षा के सीधे देखा जा सकता है. यदि आप दूरबीन या टेलीस्कोप का उपयोग कर रहे हैं, तो आपको अपनी आंखों की सुरक्षा के लिए सोलर फिल्टर का उपयोग करना चाहिए.

चंद्र ग्रहण का नासा सहित कई यूट्यूब चैनलों द्वारा लाइव-स्ट्रीम किया जाएगा

5 मई को होने वाले चंद्र ग्रहण को अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा सहित कई यूट्यूब चैनलों द्वारा लाइव-स्ट्रीम किया जाएगा. TimeandDate.com वेबसाइट और इसके यूट्यूब चैनल पर आप पूर्ण चंद्र ग्रहण लाइव की लाइव स्ट्रीमिंग देख सकते हैं.  इसके अलावा आप ‘Royal Observatory Greenwich’ के यूट्यूब चैनल पर भी चंद्र ग्रहण को लाइव देख सकते हैं.

उपच्छाया चंद्र ग्रहण क्या है?

ग्रहण लगने से पहले चंद्रमा पृथ्वी की उपछाया में प्रवेश करता है इसको (Penumbra) कहते हैं. फिर इसके बाद चांद पृथ्वी की वास्तविक छाया भूभा (Umbra) में प्रवेश करता है. जब ऐसा होता है तब वास्तविक ग्रहण होता है. बता दें कि कई बार चंद्रमा उपछाया में प्रवेश करके उपछाया शंकु से ही बाहर निकल जाता है और भूभा में प्रवेश नहीं करता है. यही वजह है किउपछाया के समय चंद्रमा का बिंब केवल धुंधला पड़ता है, काला नहीं होता है. इस धुंधलापन को सामान्य रूप से देखा भी नहीं जा सकता है. इसे ही उपच्छाया चंद्र ग्रहण कहते हैं.

Sunil Kumar Dhangadamajhi

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