ट्विटर पर @SAMRIReports नाम के हैंडल ने अफगान सुन्नी मौलाना अहमद फिरोज अहमदी का वीडियो शेयर किया है। दावे के मुताबिक कट्टरपंथी मौलाना कहता है, ‘अगर घर में आग लगी हो तो भी पत्नी को पति की यौन इच्छा को पूरा करना चाहिए।’ ट्विटर यूजर्स ने कमेंट में मौलाना के इस बयान पर नाराजगी जताई। एक यूजर ने लिखा, ‘ये इसी के लिए जीते और मरते हैं।’ अफगानिस्तान में महिलाएं पहले ही कई प्रतिबंधों का सामना कर रही हैं।
तालिबान राज में संकट में महिलाएं
तालिबान ने महिलाओं की शिक्षा और नौकरी करने पर प्रतिबंध लगा दिया है। इतना ही नहीं, उनके घर से बाहर निकलने की भी तालिबान कड़ी निगरानी करता है। महिलाओं के नौकरी न करने से अफगानिस्तान के बड़े परिवारों के लिए खाने का संकट पैदा हो गया है। तालिबान ने महिला न्यूज एंकरों के पुरुषों के साथ शो होस्ट करने और चैनलों में महिला गेस्ट को बुलाने पर भी पूरी तरह रोक लगा दी है।
किर्गिस्तान के मौलाना का महिला विरोधी बयान
अहमद फिरोज का यह बयान किर्गिस्तान के एक मौलाना के पिछले साल दिए महिला विरोधी बयान की याद दिलाता है। सदयबकास डूलोव नाम के मौलाना ने शर्मनाक बयान देते हुए कहा था कि महिलाओं के कम कपड़े पहनने की वजह से मांस की कीमतों में उछाल आया है। मौलाना का तर्क था कि मांस की कीमतें इसलिए बढ़ गई हैं क्योंकि ‘महिलाओं ने अपने शरीर का प्रदर्शन करके खुद को सस्ता बना लिया है’।