मंगलवार को अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव के लिए वोटिंग हुई। अब से पहले कभी भी अमेरिका में इतनी बड़ी संख्या में मतदाताओं ने अपने मत के अधिकार का इस्तेमाल नहीं किया। अमेरिका के 50 राज्यों में भारी संख्या में वोटिंग के चलते अब चुनाव नतीजे आने में समय लग सकता है। पेन्सिलवेनिया और नॉर्थ कैरोलिना में मेल इन बैलट्स की गिनती इलेक्शन डे के बाद तक होती रहेगी। ऐसा कोई कानून न बन पाने की स्थिति में होगा। वहीं, उत्तरी कैरोलिना में देर से वोटिंग शुरू होने की वजह से भी गितनी में समय लग सकता है।
इस बीच चुनाव अधिकारियों की चेतावनियों के बावजूद ने डोनाल्ड ट्रंप ने अपना दावा जारी रखा कि मतदान वाली रात ही वोटों की गिनती कर नतीजों का ऐलान हो जाएगा। उनका यह झूठा दावा उनके लिए राजनीतिक रूप से फायदेमंद है क्योंकि उनके समर्थकों की चुनाव के दिन अधिक वोट देने की संभावना थी जबकि डेमोक्रेटिक उम्मीदवार जो बाइडेन के लिए मतदाताओं को मेल के माध्यम से वोट करने की उम्मीद है। विस्कॉन्सिन के मुख्य चुनाव अधिकारी मेगन वोल्फ ने कहा कि संभवत: बुधवार को राज्य के अनौपचारिक परिणाम एब्सेंटी बैलट्स की अधिक संख्या के कारण बताए जाएंगे।
उत्तरी कैरोलीना के नतीजों में कम से कम 45 मिनट की देरी हो सकती है, क्योंकि चुनाव बोर्ड चार मतदान केंद्रों को तकनीकी समस्या के कारण देर तक खुला रखने पर राजी हो गया है। यहां नतीजे स्थानीय समय के हिसाब से शाम में 19:30 बजे से आने लगते हैं पर अब सभी मतदान केंद्रों पर मतदान खत्म होने के बाद ही वोटों की गिनती शुरू हो पाएगी। बता दें कि हर अमेरिकी राज्य में बैलेट की गिनती के लिए अलग प्रक्रिया है। इलेक्शन डे से पहले 100 मिलियन अमेरिकी अपना वोट डाल चुके हैं। कोरोना वायरस महामारी के बीच हो रहे चुनाव काफी असाधारण हो गए हैं।