नाटो पर भी हथियार देने का दबाव डाल रहा अमेरिका
अमेरिका ने नाटो देशों पर भी यूक्रेन को हथियार देने का दबाव डाला है। युद्ध की शुरूआत के कुछ महीनों तक इन देशों ने यूक्रेन को भारी मात्रा में हथियार दिए। 30 नवंबर को बुखारेस्ट में हुई बैठक में अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने कहा था कि अब तक नाटो ने यूक्रेन को 40 बिलियन डॉलर के हथियार भेजे हैं। ये फ्रांस के रक्षा बजट के बराबर है। उन्होंने कहा कि यूक्रेन को और हथियारों की जरूरत है। नाटो देशों के पास हथियारों की कमी पहले से है। ऐसे में अमेरिका अपने राजनयिकों के माध्यम से दुनियाभर के देशों से यूक्रेन के लिए हथियारों की व्यवस्था कर रहा है।
नाटो देशों के हथियार हुए कम
यूक्रेन को हथियार देने के कारण नाटो देशों के शस्त्रागार खाली होने लगे हैं। कई देशों में हथियारों की कमी के कारण हालात गंभीर है। इस कारण इन देशों ने यूक्रेन को हथियार देना कम कर दिया है। ऐसे में यूक्रेन के पास हथियारों की कमी होने लगी है। 10 महीने से जारी युद्ध ने यूक्रेन को कंगाली की दहलीज पर खड़ा कर दिया है। रूस में हालात सामान्य हैं, जबकि यूक्रेन में तबाही मची हुई है। ऐसे में वह अमेरिका जैसे देशों के हथियार मांगकर आखिरी सांस तक रूस का मुकाबला करना चाहता है। उधर, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन कई बार बोल चुके हैं कि यूक्रेन में रूसी सेना का स्पेशल ऑपरेशन जारी रहेगा।