तुर्की में आए भूकंप से डरे लोग सड़कों पर रह रहे हैं।
भूकंप के लिए संवेदनशील है तुर्की
तुर्की के राष्ट्रपति रजब तैयप एर्दोआन ने अपने सत्तारूढ़ दल के सांसदों से कहा, ‘‘भूकंप से गोलकाया में कई भवनों को नुकसान पहुंचा है लेकिन कोई गंभीर क्षति नहीं पहुंची है।’’ गृह मंत्री सुलेमान सोयलु ने निजी टेलीविजन चैनल एनटीवी को बताया कि घायलों में एक की हालत गंभीर है। तुर्की भूकंप के प्रति बेहद संवेदनशील माना जाता है। डुजसे में इससे पहले 02 नवंबर 1999 में जबरदस्त भूकंप आया था, जिसमें लगभग 800 लोग मारे गए थे।
भूकंप में 17,000 लोगों की हुई थी मौत
उसी साल अगस्त में देश के उत्तर-पश्चिम हिस्से में आये एक अन्य शक्तिशाली भूकंप में 17,000 लोग मारे गये थे। अधिकारियों ने बताया कि 1999 के भूकंप के बाद इलाके में करीब 80 प्रतिशत भवनों का पुनर्निर्माण कराया गया था। तुर्की एक बड़ी भ्रंश रेखा पर स्थित है और देश में अक्सर भूकंप का झटका महसूस किया जाता है।