वीडियो में ईरानी ऐक्ट्रेस को अपना हिजाब और बुर्का उतारते हुए देखा जा सकता है। इसके बाद वह अपने सारे कपड़े उतार देती हैं। उन्होंने वीडियो के कैप्शन में लिखा, ‘हर महिला, दुनिया में कहीं भी, इस बात की परवाह किए बगैर कि वह कहां से है, उसे यह अधिकार होना चाहिए कि वह जो चाहे, जब चाहे और जहां चाहे पहन सके। किसी भी पुरुष या किसी अन्य महिला को यह अधिकार नहीं है कि वह उसे जज करे या उसे दूसरे कपड़े पहनने के लिए कहे।’
‘लोकतंत्र का अर्थ फैसला लेने की ताकत’
एलनाज नोरोजी ने लिखा, ‘हर किसी का अपना अलग नजरिया और मान्यताएं होती हैं और उनका सम्मान किया जाना चाहिए। लोकतंत्र का अर्थ होता है फैसला लेने की ताकत। हर महिला के पास अपने शरीर के बारे में फैसला लेने की ताकत होनी चाहिए। मैं नग्नता को बढ़ावा नहीं दे रही हूं, मैं ‘अपनी पसंद की स्वतंत्रता’ का समर्थन कर रही हूं।’ सितंबर से जारी विरोध प्रदर्शनों में इससे पहले महिलाओं को अपने बाल काटते और हिजाब जलाते भी देखा जा चुका है।
क्या है पूरा मामला?
ईरान में इस मामले की शुरुआत सितंबर में 22 साल की महसा अमीनी की गिरफ्तारी के साथ हुई थी। मॉरिलिटी पुलिस ने अमीनी को ‘हिजाब सही तरीके’ से नहीं पहनने के आरोप में हिरासत में लिया था। महसा अमीनी थाने में बेहोश गई थीं और फिर तीन दिन बाद उनकी मौत हो गई। पुलिस का कहना है कि अमीनी की मौत दिल का दौरा पड़ने से हुई और उनके साथ किसी तरह की बदसलूकी नहीं की गई थी। इस घटना के बाद से ईरान के कईं शहरों, कस्बों और गांवों में विरोध प्रदर्शन जारी है।