यूरोपीय संघ के सांसद अबीर अल सहलानी ने महसा अमिनी की मौत के बाद ईरान के विरोध के समर्थन में अपने बाल कटवाए

ब्रसेल्स: ईरान में हिजाब न पहनने के कारण एक महिला की मौत के बाद बवाल मचा हुआ है। बड़ी संख्या में ईरानी महिलाएं हिजाब को लेकर विरोध जता रही हैं। उनके इस विरोध को पूरी दुनिया से समर्थन भी मिल रहा है। इस बीच एक यूरोपीय सांसद ने ईरानी महिलाओं के समर्थन में संसद में बहस के दौरान अपने बाल काट लिए। स्ट्रासबर्ग में यूरोपीय संघ की डिबेट को संबोधित करते हुए स्वीडिश राजनेता अबीर अल सहलानी ने कहा हम लोग और यूरोपीय संघ के नागरिक, ईरान में पुरुषों और महिलाओं के खिलाफ सभी प्रकार की हिंसा को बिना शर्त और तत्काल रोकने की मांग करते हैं। जब तक ईरान की महिलाएं स्वतंत्र नहीं हैं, हम आपके साथ खड़े रहेंगे।

महिला सांसद ने यूरोपीय संसद में काटे बाल
अबीर अल सहलानी ने इस दौरान यूरोपीय संघ के सांसदों के साममने कैंची से अपने बाल काट दिए। उनकी इस हरकत को देख सभी सांसद भी अवाक रह गए। अल सहलानी ने इस घटना का वीडियो अपने ट्विटर हैंडल पर पोस्ट किया है। नॉर्वे स्थित समूह ईरान ह्यूमन राइट्स (IHR) एनजीओ के अनुसार, महसा अमिनी की मौत पर देशव्यापी विरोध प्रदर्शनों में 100 से अधिक लोग मारे गए हैं। ईरानी स्कूली छात्राओं और महिलाओं ने अमिनी की मौत के विरोध में अपने हिजाब को हटाकर और रैलियों का आयोजन करके बड़ी संख्या में प्रदर्शन किया है। कई महिलाओं ने सरकार विरोधी नारे लगाते हुए अपने बाल भी कटवा लिए हैं।

सांसद बोलीं- ईरानी हुकूमत के हाथ खून से सने
यूरोपीय संसद के सदस्य अबीर अल-सहलानी ने बताया कि ईरान की महिलाओं ने तीन हफ्तों तक लगातार साहस दिखाया है। वे अपने जीवन के साथ स्वतंत्रता के लिए अंतिम कीमत चुका रही हैं। उन्होंने कहा कि अब बहुत हो चुकी प्रेस विज्ञप्तियां, यह बड़बड़ाने के लिए पर्याप्त है। अब यह बोलने का समय है, यह काम करने का समय है। ईरान में मुल्लाओं की हुकूमत के हाथ खून से सने हैं। न तो इतिहास और न ही सर्वशक्तिमान ईश्वर आपको मानवता के खिलाफ उन अपराधों के लिए माफ करेगा जो आप अपने ही लोगों के खिलाफ कर रहे हैं।

13 सितंबर के बाद से विरोध कर रही हैं ईरानी महिलाएं
ईरान में 13 सितंबर को हिजाब न पहनने के कारण महसा अमीनी को इस्लामी पुलिस ने गिरफ्तार किया था। विरोध करने पर इस्लामी पुलिस ने महसा को इतना पीटा कि इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। इस कारण पूरे ईरान में हिजाब विरोधी हिंसा भड़क उठी थी। बड़ी संख्या में पुरुषों ने भी महिलाओं के समर्थन में प्रदर्शन किया है। ईरान के सर्वोच्च नेता खमनेई का भी विरोध किया जा रहा है। इस बीच ईरानी सरकार ने दावा किया है कि हिजाब विरोधी प्रदर्शन के पीछे अमेरिका और इजरायल समेत पश्चिमी देशों का हाथ है।

Sunil Kumar Dhangadamajhi

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