पटना: प्रो राजीव रंजन उर्फ संजय कुमार यादबेंदू का जन्म 1972 में रामनगर दियारा सतभैया पंचायत के अंतर्गत एक मध्यवर्गीय किसान परिवार में हुआ था. इनके पिता जी राम नगर सत्भैया पंचायत के लगातार 25 वर्षों तक मुखिया रहे हैं. उस समय के बी एस सी हैं जबकि यादव परिवार में लोग पढ़ते कम थे यादबेंदू जी चार भाई हैं इनके बड़े भाई भी प्रोफेसर हैं और सबसे छोटे भाई भी प्रोफेसर हैं. और एक भाई हाई स्कूल के शिक्षक हैं. बे भी वित्त रहित कॉलेज में संस्कृत के शिक्षक के रूप में कार्य कर रहे हैं. छात्र जीवन से ही राजनीति में प्रवेश कर गए थे 1989 में छात्र संघ के अध्यक्ष बने थे उस समय से लगातार विभिन्न पदों पर रहकर अभी तक कार्य करते आ रहे हैं. बख्तियारपुर विधानसभा मैं किसी तरह का सामाजिक राजनीतिक कार्य में पीछे नहीं रहते हैं. 1995 में बख्तियारपुर घाट पर नाव डूबने से 37 लोग डूब गए थे बहुत लोगों का लास नहीं मिल रहा था. उस समय यादवेंद्र जी ने स्ट्रीमर लेकर अधिकांश लाशों को खोजने का कार्य लगातार 5 दिन तक किया और खोज कर लाश लाया. जब दियारा में बाबू सोहन राय के टोला पंचायत राम नगर दियारा सतभैया पंचायत गंगा के कटाव से कट रहा था. उस समय भी इन्होंने बख्तियारपुर प्रखंड पर धरना प्रदर्शन एवं लालू यादव का रथ को रोक कर उन्हें भी समस्या से अवगत कराने का कार्य किया था.
1995 में खुसरूपुर नगरनौसा रोड के लिए अपने साथियों के साथ धरना देने का कार्य खुसरूपुर में भी किया था. 1996 में इन्होंने बख्तियारपुर को अनुमंडल बनाने के लिए अपने साथियों के साथ बख्तियारपुर थाना के पास 7 दिन का उपवास रखने का किया था. 2000 में बे दूरसंचार सलाहकार समिति पटना का सदस्य बनाए गए. 2001 में भारतीय जनता पार्टी के विधायक विनोद यादव के विधायक प्रतिनिधि के रूप में रहे. और 2001 में ही राम नगर दियारा सतभैया पंचायत से पंचायत समिति निर्वाचित होकर बख्तियारपुर प्रखंड में आने का कार्य किया. इन्होंने प्रमुख का चुनाव लड़े लेकिन 1 मतों से इन्हें हार का सामना करना पड़ा. गंगा के कटाव से पंचायत को कट जाने से इन्होंने बख्तियारपुर नगर पंचायत से अपने छोटे भाई की पत्नी को वार्ड पार्षद निर्वाचित कराने का से श्रेय प्राप्त हुआ और जब नगर पंचायत से नगर परिषद बन गया तो उस वार्ड को दो भागों में विभक्त करके अति पिछड़ा वार्ड बना दिया गया. याद बेंदू जी उसके बावजूद भी दोनों सीट पर अपना उम्मीदवार खड़ा किया और रिकॉर्ड मतों से अपने उम्मीदवार को जीत दिलाई. इसकी श्रेय संजय जाधव को ही जाता है सभी समाज पर समाज का प्रिय हैं इन्हें लोग मृदुभाषी शिक्षित एवं इमानदार व्यक्तित्व के धनी मानते हैं इन्होंने कभी भी चाहे वह बख्तियारपुर का मामला हो चाहे वह खुसरूपुर का मामला हो चाहे दनियामा का मामला हो कभी भी मुंह नहीं मोड़ते हैं कोई भी जाती के व्यक्ति उनके दरवाजे पर जब आ जाते हैं या इन्हें सूचना प्राप्त हो जाती है. तो वे वहां पर दौड़े-दौड़े जाते हैं और उनके कार्य में लग जाते हैं जब देश ही नहीं विश्व करुणा से भयभीत था देश में लॉकडाउन लग गया उस समय इन्होंने 7 दिनों तक लगातार मोदी की चेन चलाने का काम पूरे विधानसभा में किया और पका हुआ अनाज भोजन हर घर तक पहुंचाने का कार्य किया. इसके साथ ही इन्होंने कच्चा अनाज का भी को भी बांटने का कार्य किया उन्होंने मात्र बांटने का कार्य किया बदरपुर विधानसभा में एक साफ-सुथरी छवि वाले व्यक्ति के रूप में जाने पहचाने जाते हैं लगातार 30 वर्षों से सामाजिक कार्य में लगे रहते हैं लगे हुए हैं लेकिन आज तक इन पर किसी प्रकार का गलत आरोप नहीं लगा है जबकि अभी तक किसी न किसी दायित्व पर बने रहते हैं बने रहे हैं अभी वर्तमान में जिला के उपाध्यक्ष सह जिला प्रभारी किसान मोर्चा सा सदस्य अनुशासन समिति संगठित जिला बाढ़ का दायित्व निर्वहन कर रहे हैं. जाधव इंदु जी ने अपना उम्मीदवारी बख्तियारपुर विधानसभा क्षेत्र में भारतीय जनता पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व एवं प्रदेश नेतृत्व को देने का कार्य किया है. अभी वर्तमान में बे गांव गांव घूमने का कार्य कर रहे हैं लोगों का कहना है कि आप गांव ना आए पहले अपना टिकट लेकर आवे ताकि मुझे हम लोगों को सौभाग्य होगा की एक ईमानदार शिक्षित व्यक्ति को अपना प्रतिनिधि के रूप में चुन सकें अभी तो दो अपराधियों के बीच में हम लोग भूल रहे हैं आप बख्तियारपुर को बचाएं यही क्षेत्र में सुनने को मिलता है जहां भी मिल जाते हैं. वहां पर लोग घेर लेते हैं और कहां करते हैं कि आपके जैसे व्यक्ति अगर इस क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करेंगे तो यह क्षेत्र बहुत पिछड़ा जा रहा है चाहे वह शिक्षा के शिक्षा के क्षेत्र में चाहे स्वास्थ्य का क्षेत्र हो चाहे स्वास्थ्य रोड का क्षेत्र रोड हो सभी का स्थिति बहुत खराब है निवर्तमान और वर्तमान विधायक ने सिर्फ यहां चुंगी तहसील ने का कार्य करते हैं. जीत के समय अपनी जीत के लिए पैसा को पानी की तरह बहाते हैं इसलिए आप आवे आपको हम लोग पैसा भी देंगे वोट भी देंगे इसमें कोई शक नहीं है.