प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आगामी शुक्रवार को आपदा जोखिम न्यूनीकरण के लिए एक बहु-हितधारक राष्ट्रीय मंच (एनपीडीआरआर) के तीसरे सत्र का उद्घाटन करेंगे. प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने सोमवार को एक बयान में यह जानकारी दी. एनपीडीआरआर के तीसरे सत्र का विषय ‘‘बदलती जलवायु में स्थानीय मजबूती की रचना है. पीएमओ के मुताबिक, यह विषय जलवायु परिवर्तन के मद्देनजर विशेष रूप से तेजी से बदलते आपदा जोखिम परिदृश्य के संदर्भ में स्थानीय क्षमताओं के निर्माण के लिए प्रधानमंत्री द्वारा घोषित 10-सूत्रीय एजेंडे से जुड़ा है.
एनपीडीआरआर में केन्द्रीय मंत्रियों, राज्यों के आपदा प्रबंधन मंत्रियों, सांसदों, स्थानीय स्वशासन के प्रमुख, विशिष्ट आपदा प्रबंधन एजेंसियों के प्रमुख, शिक्षाविद, निजी क्षेत्र के संगठनों, मीडिया और नागरिक संस्थाओं के प्रतिनिधियों सहित 1000 विशिष्ट अतिथि शामिल हैं. केन्द्रीय गृह और सहकारिता मंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में एनपीडीआरआर एक बहु-हितधारक राष्ट्रीय मंच है. इस मंच के सभी हितधारक आपदा जोखिम में कमी (डीआरआर) के बारे में विचारों, कार्य प्रणालियों और प्रवृत्तियों पर चर्चा और विचारों का आदान-प्रदान करते हैं.
आपदा प्रबंधन कार्य प्रणालियों को मुख्यधारा में लाने में करेगा मदद: पीएमओ ने कहा कि तीसरा सत्र मंत्रालयों और विभागों, राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों, शहरी और ग्रामीण स्थानीय-स्वशासन, शैक्षणिक संस्थान, गैर सरकारी संगठन, सीएसओ, पीएसयू और समुदायों के बीच आपदा प्रबंधन कार्य प्रणालियों को मुख्यधारा में लाने में भी मदद करेगा. गृह मंत्रालय, राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए), राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) और राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन संस्थान (एनआईडीएम) द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित एनपीडीआरआर में चार पूर्ण सत्र, एक मंत्रिस्तरीय सत्र और आठ विषयगत सत्र शामिल होंगे.
विशेष मंत्रिस्तरीय सत्र का किया जाएगा आयोजन: उद्घाटन समारोह के बाद शाह की अध्यक्षता में एक विशेष मंत्रिस्तरीय सत्र आयोजित किया जाएगा, जहां केन्द्र, राज्य और केन्द्र शासित प्रदेशों के मंत्री विभन्न स्तरों पर आपदा जोखिम न्यूनीकरण प्रणालियों को और मजबूत करने पर विचार-विमर्श करेंगे. दो दिनों में, विषय विशेषज्ञ, चिकित्सक, शिक्षाविद और प्रतिनिधि आपदा जोखिम में कमी पर विभिन्न पहचाने गए महत्वपूर्ण मुद्दों पर विचार-विमर्श करेंगे, जो कि सेंडाई फ्रेमवर्क और प्रधानमंत्री मोदी द्वारा दिए गए आपदा जोखिम न्यूनीकरण पर 10 सूत्री एजेंडे पर आधारित है.
पीएमओ ने कहा कि इस कार्यक्रम से पहले देश भर के एक दर्जन से अधिक शहरों में पिछले दो महीने में आपदा जोखिम प्रबंधन (जैसे, लू, तटीय खतरों, आपदा जोखिम प्रबंधन में महिलाओं के नेतृत्व को बढ़ाना) से संबंधित विशिष्ट विषयों पर 19 कार्यक्रम आयोजित किए गए हैं. पूर्व में आयोजित इन 19 कार्यक्रमों के निष्कर्ष और सिफारिशों की जानकारी 10-11 मार्च 2023 को नई दिल्ली में आयोजित होने वाले एनपीडीआरआर के तीसरे सत्र में दी जाएगी. एनपीडीआरआर का पहला और दूसरा सत्र 2013 और 2017 में आयोजित किया गया था.