जम्मू-कश्मीर: जम्मू-कश्मीर के डीजी जेल एचके लोहिया घर में ही मृत पाये गये हैं जिसके बाद प्रशासन जांच में जुट गया है. डीजी जेल के नौकर के फरार होने के बाद इसकी आतंकी एंगल से जांच किये जाने की बात कही जा रही है. ADGP मुकेश सिंह ( जम्मू ) ने कहा है कि प्रारंभिक जांच के अनुसार कोई आतंकी कृत्य स्पष्ट नहीं है लेकिन इसकी पुष्टि के लिए जांच जारी है. हत्या के बाद इसमें इस्तेमाल किये गये हथियार ज़ब्त कर लिये गये हैं. पुलिस को कुछ दस्तावेज़ मिले हैं जो सहायक यासिर की मानसिक स्थिति को दर्शा रहे हैं.
ADGP मुकेश सिंह ( जम्मू ) ने आगे कहा है कि प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि एक घरेलू सहायक यासिर अहमद मुख्य आरोपी है. जांच से पता चलता है कि वह अपने व्यवहार में काफी आक्रामक था और सूत्रों के अनुसार अवसाद में भी था. यहां चर्चा कर दें कि जम्मू कश्मीर के पुलिस महानिदेशक (जेल) हेमंत लोहिया की उनके निवास पर हत्या कर दी गयी है. मामले में पुलिस को उनके घरेलू सहायक यानी नौकर पर शक है.
यहां चर्चा कर दें कि लोहिया को अगस्त में केंद्रशासित प्रदेश के जेल महानिदेशक के रूप में पदोन्नत और नियुक्त किया गया था. अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (जम्मू क्षेत्र) मुकेश सिंह ने बताया कि 1992 बैच के आईपीएस अधिकारी लोहिया (52) शहर के बाहरी इलाके में अपने उदयवाला निवास पर मृत पाये गये. उनका गला रेता गया था और उनके शरीर पर जलने के निशान थे.
पुलिस प्रमुख ने कहा कि घटनास्थल की प्रारंभिक जांच से संकेत मिलता है कि लोहिया ने अपने पैर में कुछ तेल लगाया होगा जिसमें कुछ सूजन दिखाई दे रही थी. उन्होंने कहा कि हत्यारे ने पहले लोहिया को गला घोंटकर मौत के घाट उतारा और फिर उनके गले को काटने के लिए केचप की टूटी हुई बोतल का इस्तेमाल किया था तथा बाद में शव को आग लगाने की कोशिश की.
पुलिस प्रमुख ने कहा कि अधिकारी के आवास पर मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने लोहिया के कमरे के अंदर आग देखी और उन्होंने दरवाजा अंदर से बंद होने के कारण इसे तोड़ दिया. अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक ने कहा कि घटनास्थल की प्रारंभिक जांच हत्या की ओर इशारा कर रही है. उन्होंने कहा कि घरेलू सहायक फरार है. उसकी तलाश शुरू कर दी गयी है. उन्होंने कहा कि फॉरेंसिक और अपराध दल मौके पर हैं.