क्या है ट्रेन का लोअर बर्थ में सोने और जागने का समय, जानें नियम

लोअर बर्थ ट्रेन में नीचे की सीट होती है. चलिए जानते हैं लोअर बर्थ का नियम क्या है. कैसे बुक करें लोअर बर्थ.

लोअर बर्थ का नियम

अगर आपकी लोअर सीट है, तो रेलवे के नियम के अनुसार मिडिल बर्थ वाला यात्री अपनी बर्थ पर रात 10 बजे के बाद और सुबह 6 बजे तक ही खोलकर सो सकता है.

यदि कोई यात्री रात 10 बजे से पहले अपनी मिडिल बर्थ खोलता है, तो आप उसे ऐसा करने से रोक सकते हैं.

कैसे बांटा गया है सीट

रेलवे के नियम के अनुसार स्लीपर क्लास में दिव्यांग के लिए 4 सीट दो नीचे की दो मिडल, थर्ड AC में दो सीट, AC3 इकोनॉमी में दो सीट रिजर्व्ड है.

इस सीट पर दिव्यांग और उनके साथी ही बैठकर सफर कर सकते हैं. जबकि गरीब रथ ट्रेन में दिव्यांग के लिए 2 नीचे की सीट और 2 ऊपर की सीट रिजर्व है.

यात्री मना करे तो क्या करें

यदि कोई यात्री निर्धारित समय से पहले या बाद में मिडिल बर्थ खोलकर बैठ जाता है, तो आप टीटीई से शिकायत कर सकते हैं या रेलवे पुलिस की मदद ले सकते हैं.

भारतीय रेलवे के नियमों के अनुसार, मिडिल बर्थ वाला यात्री रात 10:00 बजे से पहले और सुबह 6:00 बजे के बाद अपनी सीट पर नहीं सो सकता है.

वह केवल रात 10:00 बजे के बाद और सुबह 6:00 बजे तक ही अपनी सीट पर सो सकता है.

कैसे बुक करें लोअर बर्थ

यदि आप सीनियर सिटीजन नहीं हैं लेकिन लोअर बर्थ प्राप्त करना चाहते हैं, तो आप IRCTC की वेबसाइट पर टिकट बुक करते समय बर्थ प्रिफरेंस का चुनाव कर सकते हैं.

यदि आप दिव्यांग, गर्भवती या वरिष्ठ नागरिक हैं, तो आप लोअर सीट बुक करने की संभावना को बढ़ा सकते हैं.

Sunil Kumar Dhangadamajhi

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