संकल्प के साथ करे नए वर्ष की शुरुवात -मुनि प्रशांत
सिलचर, यदु न्यूज नेशन (बर्धमान जैन): मुनिश्री प्रशांत कुमार जी, मुनिश्री कुमुद कुमार जी के सान्निध्य मे वीर निर्वाण 2552 वां नववर्ष पर महामांगलिक का आयोजन हुआ। जनसभा को सम्बोधित करते हुए मुनि प्रशांत कुमार जी ने कहा- हमारी श्रद्धा एक जगह केंद्रित रहनी चाहिए जिससे जीवन का बहुत बड़ा लाभ होता है।सही श्रद्धा होने से ही कार्य सम्यक होता है।अरिहंत मेरे देव हैं ये सतत चिंतन में रहना चाहिए। अरिहंत परमात्मा की शक्ति अपार होती है।जिनशासन से सदैव जुड़े रहे। सन्मार्ग पर चले। अरिहंत, सिद्ध की शरण स्वीकार करने से विध्न बाधाएं दूर हो जाती है। रुकें कार्य सम्पन्न हो जाते है।अपने क्रोध को शांत करें। आंनद में जीवन को जीना सीखें। मंत्र के साथ त्याग से हमारा मनोबल अधिक शक्तिशाली बनता है। अनेको लोगो ने जैन विधि से दीपावली पूजन कर संयम, अहिंसा, सादगी को महत्व दिया।

भगवान महावीर ने जीवन पर्यंत अहिंसा समता का संदेश दिया। अपने कर्मो को क्षय कर कार्तिक कृष्णा अमावस्या को मोक्ष को प्राप्त किया। दीपावली के अवसर पर तप त्याग करके भगवान का निर्वाण महोत्सव मनाना चाहिए। प्रभु महावीर की अंतिम देशना सुनने के लिए अठारह देश के राजा उपस्थित थे। लाखो अनुयायियों ने बेले का तप करके अंतिम देशना को सुना। जप के साथ तप करने से विशेष कर्म निर्जरा होती है। मेंआज नववर्ष पर मंगलपाठ सुना इसी दिन से नया संवत् प्रारम्भ होता है।नववर्ष पर संकल्प कर अपने जीवन की नव शुरूवात करे। संकल्प से आत्म सकती पुष्ट बनती है।

मुनि कुमुद कुमारजी ने कहा- महावीर स्वामी ने आत्मदीप जलाया। मैत्री, क्षमा, अनेकांत, अपरिग्रह का संदेश दिया। दीपावली पर्व पर घर एवं दुकान की सफाई करते है वैसे ही स्वयं के भीतर के कषाय-क्रोध, मान, माया, लोभ की सफाई कर अपनी आत्मा एवं मन को शुद्ध पवित्र बनाएं। गौतम स्वामी की तरह भीतर में ज्ञान की ज्योति जलाएं। गौतम स्वामी ने अपने अहं को त्याग कर महावीर स्वामी के पास संयम को अंगीकार किया। भगवान की सन्निधी मे रहकर साधना के द्वारा पूर्व संचित कर्मों को क्षय कर उसी भव में मोक्ष को प्राप्त किया। नववर्ष का यह दिन हमे भीतर से सजग बनकर आत्माराधना करने की प्रेरणा देता है। आत्मा को ज्ञान दर्शन चारित्र एवं तप से भावित कर अपने जीवन को प्रेरक बनाएं। प्रभु महावीर स्वामी का निर्वाण दिवस हमारे जीवन का निर्माण करने वाला बनें यही मंगलकामना करें। सभा मंत्री तोलाराम गुलगुलिया सभी के प्रति मंगलकामना ने व्यक्त की।

